वीरपुर(सुपौल)
सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक और एक दलाल शुक्रवार को सीबीआई के हत्थे चढ़ गए। सीबीआई की पटना से आई एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शाखा प्रबंधक ओमप्रकाश को एक व्यवसाई से 30 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। चैंबर में ही मौजूद दलाल पवन कुमार को टीम ने गिरफ्तार किया है।
दोनों की गिरफ्तारी के बाद टीम उन्हें एक गेस्ट हाउस ले गई। वहां पूछताछ के बाद टीम दोनों को लेकर पटना चली गई। नाम नहीं छापने की शर्त पर टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर ने बताया कि वीरपुर के कपड़ा व्यवसाई दीना नाथ सिंह ने बैंक मैनेजर द्वारा लोन स्वीकृत करने के एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। जांच में मामला सही पाया गया। 18 सितंबर को केस दर्ज कर सात सदस्यीय टीम का गठन किया गया।
निर्धारित ट्रैप के तहत शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे शिकायतकर्ता ने जैसे ही दलाल के जरिए बैंक मैनेजर को रिश्वत की राशि दी, दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि उस समय बैंक में मौजूद बसंतपुर के पोस्टमास्टर राजीव रंजन और बनैलीपट्टी के पोस्टमास्टर रामदेव प्रसाद यादव को गवाह बनाया गया है।
30 लाख रुपए लोन चाहते थे व्यवसाई :
बताया जा रहा है कि नेहा ड्रेसेज के प्रोपराइटर दीनानाथ सिंह ने 30 लाख रुपए के लिए आवेदन दिया था। मैनेजर और दलाल की मिलीभगत से कागजात तैयार करने के नाम पर एक लाख 90 हजार खर्च कराया जा चुका था। बाद में 30 लाख लोन देने के एवज में तीन लाख रुपए रिश्वत की मांग की जाने लगी। इस बात पर अनबन होने पर लोन की राशि घटाकर 6 लाख कर दी गयी। उसके एवज में शुक्रवार को 30 हजार रुपए देने की बात तय की गई थी। इसके बाद श्री सिंह ने सीबीआई के पटना स्थित एन्टी करप्शन ब्यूरो से शिकायत की।