छत्तीसगढ़

शराबबंदी और अवैध बिक्री का मामला सदन में, कहा सुरक्षित नहीं महिलाएं

रायपुर
सदन में सोमवार को विपक्षी सदस्यों ने शराब की अवैध बिक्री का शून्यकाल में उठाया बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने इस मामले में स्थगन प्रस्ताव दिया और काम रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की। विपक्ष ने कहा कि शराबंदी को लेकर महिलाओं ने कांग्रेस को वोट दिया था लेकिन आज महिलाएं ही यहां सुरक्षित नहीं है।

भाजपा विधायक अजय चन्द्राकर ने कहा कि सरकार ने जनघोषणा पत्र में कहा था, लेकिन विभिन्न एजेंसियों की सर्वे रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ शराब पीने के मामले में आगे आ गया है। जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि अराजकता की स्थिति हो गई है। महिलाएं सुरक्षित नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि सरकार ने साफ शब्दों में कहा था कि शराबबंदी करेगी। हाथों में गंगाजल लेकर कसम खाने वाली ये सरकार अवैध शराब की बिक्री पर भी अंकुश नहीं लगा पा रही। हर महीने दो सौ करोड़ रुपये के राजस्व की भी हानि सरकार को हो रही है। अवैध शराब की बिक्री में इजाफा हुआ है।

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि शराबबंदी के वादे के साथ ही सरकार का गठन हुआ था। शराब पर रोक लगेगी इसलिए महिलालों ने बढ़ चढ़कर इन्हें वोट दिया था। सरकार के संरक्षण में अवैध तस्करी चल रही है। ओडिशा की शराब पीकर सुपेबेड़ा में लोग बीमार पड़ रहे है, ये बात सरकार के मंत्री कह रहे हैं। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से शराब यहां आ रही है। बगैर सरकार के संरक्षण के ये संभव नहीं है। गंगा जल हाथ मे लेकर कांग्रेस ने कसम खाई थी, वादा पूरा नहीं किया इसलिए ही श्राप मिला था और लोकसभा में इनकी पार्टी चुनाव हार गई थी। बीजेपी विधायक रंजना साहू ने कहा कि शराब के अवैध कारोबार से सबसे ज्यादा महिलाएं पीड़ित हैं।

 

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