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वीडियो कांफ्रेंसिंग पर योगी की पुलिस-प्रशासन पर नाराजगी

 मेरठ                          
तेल के खेल में जेल गए दस लोगों पर तीन दिन के भीतर एनएसए और गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद मेरठ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने सख्ती दिखाई है। पेट्रोल पंपों को सील नहीं करने पर भी मुख्यमंत्री नाराज दिखे। माना जा रहा कि आपूर्ति विभाग के अफसरों पर कभी भी कार्रवाई हो सकती है।

20 अगस्त को क्राइम ब्रांच ने परतापुर क्षेत्र की दो केमिकल फैक्ट्रियों पर छापा मारा था। यहां से करीब सवा दो लाख लीटर केमिकल बरामद करते हुए दस लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें दोनों फैक्ट्रियों के मालिक भी हैं। इस प्रकरण में राजीव जैन, श्वेत, उमेश, तफशीराम, प्रदीप गुप्ता, आकाश गर्ग, आनंद प्रकाश, रविंद्र कुशवाहा, राजवीर और राजकुमार जेल गए थे।

डीएम अनिल ढींगरा ने जेल गए आरोपियों पर तीन दिन में गैंगस्टर और एनएसए के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वहीं एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि गैंगस्टर-रासुका लगाने के संबंध में परतापुर थाना और एसआईटी को निर्देश दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि तेल के खेल में कुछ और बड़े लोगों के नाम भी सामने आए हैं। उनकी जांच कराई जा रही है।

एसएसपी ने बताया कि शनिवार रात हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को सराहा है। उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा पेट्रोल पंपों को सील नहीं करने पर भी संबंधित विभाग के प्रति नाराजगी जताई है। माना जा रहा है कि इस प्रकरण में आपूर्ति विभाग के अफसरों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
 

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