लखनऊ
इन दिनों एक के बाद एक भाजपा नेताओं के निधन की खबरें आ रही है। अब भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज विधायक विरेंद्र सिंह सिरोही का आज सोमवार सुबह निधन हो गया। सोमवार तड़के करीब 3:30 बजे दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल में आखिरी सांसें लीं। वे लंबे समय से लीवर की बीमारी से पीड़ित थे। 15 दिन पहले हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।विधायक के निधन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है।विधायक के निधन के साथ ही अब इस सीट पर उपचुनाव की स्थिति बन गई है।
सिरोही के निधन की खबर लगते ही पार्टी में शोक लहर दौड़ गई है। उनका पार्थिव दिल्ली से उनके निज निवास स्थान प्रीत विहार के लिए रवाना कर दिया गया है।वही उनका अंतिम संस्कार किया जाना है। सीएम योगी दोपहर एक बजे तक बुलंदशहर पहुंचेंगे। उनके अलावा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, सुरेश राणा भी बुलंदशहर आएंगे। खबर सुनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा कि बुलंदशहर सदर से विधायक श्री वीरेंद्र सिंह सिरोही जी के निधन की खबर सुनकर व्यथित हूं। उनका जाना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि उनको अपने श्री चरणों मे स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को इस दारुण दुख को सहन करने का संबल प्रदान करें।
कौन थे वीरेन्द्र सिरोही
वीरेंद्र सिंह सिरोही तीसरी बार यूपी की बुलंदशहर सीट से विधायक बने थे। अगौता विधानसभा, उसके विलय होने के बाद बुलंदशहर विधानसभा सीट से कई बार विधायक रहे वीरेन्द्र सिंह सिरोही वर्तमान में विधानसभा में मुख्य सचेतक के पद पर थे। वह पूर्व में प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री के पद पर भी रहे हैंवीरेंद्र सिंह सिरोही ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा से हाजी अलीम को 32 हजार मतों से मात दिया था. इससे पहले 2012 में अलीम ने सिरोही को पांच हजार मतों से हराया था, जिसका उन्होंने 2017 में बदला लिया था। सिरोही पूर्व सीएम कल्याण सिंह के करीबी नेताओं में गिने जाते थे। इस बार चुनाव जीते के बाद बीजेपी विधायक ने काफी सुर्खियों में थे, उन्होंने अपने स्वागत समारोह कहा था पुलिस को हमने खुली छूट दी है, गुंडे-बदमाशों की तोड़ दो टांग।