भोपाल
विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल 17 दिसंबर से शुरू होगा। इस सत्र के दौरान विपक्षी दल भाजपा और सत्तारुढ़ दल के विधायकों ने कुल 2125 सवाल लगाए है। कुल 257 ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के जरिए भी विधायकों ने सरकार को घेरने की तैयारी की है। इस बार भाजपा ने सत्तारुढ़ दल कांग्रेस को किसान कर्जमाफी, यूरिया संकट, बिजली के भारी-भरकम बिल, कानून व्यवस्था, ओला-पाला, अतिवृष्टि से हुए मुआवजे वितरण में देरी और प्रदेश में बढ़ते दुष्कर्म के मामले और बिगड़ती कानून व्यवस्था जैसे सवालों के साथ घेरने की तैयारी कर ली है। सत्रह दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में कुल पांच बैठकें होना है।
सत्र के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित कर सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने की संभावना है। दूसरे दिन अठारह दिसंबर से सत्र की नियमित बैठकें होंगी। 18 दिसंबर को ही अनुपूरक बजट पेश किया जा सकता है। इस पर 19 दिसंबर को चर्चा की जाएगी। इस बार जहां भाजपा मंत्रियों को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है वहीं कांग्रेस ने जवाबी हमला करने और किसान कर्ज माफी का दूसरा चरण शुरू करने, बिजली बिल कम करने, राइट टू वाटर, राइट टू हेल्थ, आपदा पर मुआवजा देने, संजीवनी केन्द्र वार्डों में शुरू करने जैसे मुद्दों को लेकर बचाव की तैयारी की है। कांग्रेस प्रदेश में माफियाओं पर की जा रही कार्यवाही को भी सदन में उठाएगी।
इसके अलावा इस बार महापौर के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराए जाने को लेकर लाए जा रहे मध्यप्रदेश नगर पालिका द्वितीय संशोधन अधिनियम भी विधानसभा के इसी सत्र में पेश करने की तैयारी है। इसके अलावा मप्र आयुर्विज्ञान परिषद द्वितीय संशोधन विधेयक, मप्र सिंचाई प्रबंधन में कृषकों की भागीदारी द्वितीय संशोधन विधेयक, मप्र विवि द्वितीय संशोधन विधेयक, महर्षि पणिनि विवि संशोधन विधेयक, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोद्योग विवि संशोधन विधेयक तथा माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि से जुड़ा संशोधन विधेयक भी इस सत्र में पेश किया जा सकता है।