भोपाल
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी आज सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विजय दिवस की 47वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। श्री पटवारी ने कहा कि विजय दिवस वास्तव में भारतीय जांबाज सैनिकों के अदम्य शौर्य का प्रतीक है। वर्ष 1971 में आज ही के दिन पाकिस्तान ने भारत के सामने अपनी हार स्वीकार की थी।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि 16 दिसम्बर का दिन भारत के गौरवशाली और पराक्रमी इतिहास का गवाह है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी के सशक्त नेतृत्व का ही परिणाम था कि 93 हजार पाकिस्तानी सैनिक आत्म-समर्पण करने पर मजबूर हुए। उन्होंने बताया कि भारत-पाक युद्ध में लगभग 3900 सैनिक शहीद हुए और 9851 सैनिक घायल हुए थे। उन्होंने छात्राओं से कहा कि स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गाँधी के व्यक्तित्व और कृतित्व का अध्ययन अवश्य करें। इससे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल करने का मूल मंत्र मिलेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी ने समारोह में एन.एन.एस., एन.सी.सी. तथा खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया और विजय दिवस प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर विंग कमांडर श्री वी.एस. रघुवंशी भी उपस्थित थे।