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वाराणसी में फिर तड़तड़ाई गोलियां, दिव्यांग को उतारा मौत के घाट, एक अन्य युवक भी घायल

वाराणसी 
वाराणसी के लालपुर में मंगलवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने एक दिव्यांग दिलीप पटेल को ताबड़तोड़ गोलीबारी कर मौत की नींद सुला दिया। दिव्यांग को पांच गोलियां लगी हैं। गोली लगने से एक अन्य युवक भी घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाइक से पहुंचे तीन बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। एक बदमाश बाइक पर बैठा रहा और दो दिव्यांग के पास आकर ताबड़तोड़ फायरिंग करते रहे। वारदात के बाद स्थानीय पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम और आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पूरे शहर में नाकेबंदी कर चेकिंग शुरू करा दी गई लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। वारदात के पीछे शातिर बदमाश झुन्ना पंडित का नाम आ रहा है। 

वाराणसी आजमगढ़ रोड पर लालपुर के पास स्थित मड़वा गांव में  25 वर्षीय दिलीप की चाय पान की दुकान है। दोपहर करीब तीन बजे दिलीप अपनी दुकान पर बैठा था। इसी दौरान बाइक से तीन बदमाश पहुंचे। हेलमेट पहने एक बदमाश बाइक पर ही बैठा रहा और दो बदमाश दुकान पर दिलीप के पास पहुंचे। दिलीप से कुछ पूछा अौर दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। उस पर वहां मौजूद अजीमुद्दीन ने बीचबचाव की कोशिश की। इसी बीच दोनों बदमाश ने असलहा निकाला और दिलीप पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अजीमुद्दीन ने शोर मचाया तो बदमाशों ने उस पर भी फायर झोंक दिया। दिलीप के सीने, पेट अौर बांह पर पांच गोलियां लगने से मौके पर ही मौत हो गई। अजीमुद्दीन को कमर के पीछे गोली लगी। आतंक फैलाने के लिए बदमाशों ने कई राउंड हवाई फायरिंग भी की। इससे पहले कि लोग जुटते तीनों बदमाश बाइक से फरार हो गए। 

दिनदहाड़े सनसनीखेज वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी दिनेश सिंह कैंट, शिवपुर और क्राइम ब्रांच की टीमों के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मौके से कई खोखे बरामद किए हैं। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने पहले घटनास्थल फिर जिला अस्पताल जाकर जानकारी ली। घटनास्थल पर फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम भी पहुंची। दिलीप चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था।

भाई के बारे में पूछा और मार दी गोली
परिजनों की मानें तो शातिर बदमाश झुन्ना पंडित दिलीप को गोली मारी है। झुन्ना ने चार दिन पहले ही सथवां के पूर्व प्रधान राजेश पटेल को अगवा कर लिया था। उसे पीटने के बाद गांव में फेंक गया था। दिलीप का छोटा भाई प्रदीप उसी पूर्व प्रधान राजेश के साथ रहता था। आज भी झुन्ना ने सबसे पहले दिलीप से प्रदीप के बारे में ही पूछा था। इसी के बाद कहासुनी हुई और दिलीप को गोली मार दी गई। 

शातिर झुन्ना ने  किशोरावस्था में ही जरायम की दुनिया में रखा कदम
दिलीप की हत्या में जिस श्रीप्रकाश उर्फ झुन्ना पंडित का नाम आ रहा है वह कैंट थाना क्षेत्र के ही सोएपुर का रहने वाला है। उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, हत्या के प्रयास और लूट जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। 2012 में झुन्ना ने मामूली मारपीट के बाद प्रधानपुत्र अभिषेक उर्फ मोनू पांडेय की हत्या कर दी थी। पुलिस ने अभिषेक सिंह उर्फ हनी व अन्य बदमाशों के साथ झुन्ना को गिरफ्तार किया था। उस समय उसकी उम्र महज 16 साल थी। वारदात के बाद उसे रामनगर स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में रखा गया था।

झुन्ना पंडित करीब एक दशक से बनारस पुलिस और व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। गिरोह के सरगना अजीम अहमद पर मौजूदा समय में 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित है। झुन्ना पर 25 हजार रुपये इनाम है। कैंट पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच इन दोनों को दबोचने के लिए लगातार दबिश और घेराबंदी कर रही हैं।

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