नई दिल्ली
लोकसभा में पॉल्यूशन में चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि दुनिया में 15 सबसे प्रदूषित शहरों में से 14 भारत के हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हर साल प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होती है तो इस सदन से उसे न्याय दिलाने के लिए आवाज क्यों नहीं उठती। क्यों लोगों को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। यह गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि आज इस सदन से पूरे देश में संदेश जाना चाहिए कि प्रदूषण की समस्या को लेकर हम चिंतित है। ये सिर्फ वायु प्रदूषण से संबंधित नहीं है। यह हमारी नदियों, लेख हो वो बहुत प्रदूषित हो रहे हैं। उन्होंने काह कि जब बीजिंग जो दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था जब वो अपनी हवा को साफ कर सकता है तो हम क्यों नहीं।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। आज सत्र के दूसरे दिन हंगामे के आसार हैं। राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने कहा कि राज्यसभा का सचिवालय विभिन्न सुझावों पर विचार करने के बाद मार्शल के लिए एक नया ड्रेस कोड लेकर आया। लेकिन हमें कुछ राजनीतिक के साथ-साथ अन्य लोगों द्वारा कुछ अवलोकन प्राप्त हुए हैं। मैंने सचिवालय से फिर से इसपर विचार करने को कहा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 250वें सत्र में पहले दिन राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि स्थायित्व और विविधता इस सदन की सबसे बड़ी खासियत है। उन्होंने कहा कि पहले विरोधाभाव कम था लेकिन अब संघर्ष ज्यादा है। इसके साथ ही उन्होंने ऊपरी सदन में कई महत्वपूर्ण बातें रखी।
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। लंबित मुद्दों के सकारात्मक ढंग से समाधान और प्रदूषण, अर्थव्यवस्था व किसानों से जुड़े मसलों पर सभी दलों के साथ मिलकर काम करेंगे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद प्रधानमंत्री के इस आश्वासन से सहमत नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि सदन में बात जब बेरोजगारी, आर्थिक मंदी और किसानों की स्थिति की होती है तो तब सरकार अलग रुख अपनाती है। उन्होंने कहा कि विपक्ष आर्थिक सुस्ती एवं बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगा।