नई दिल्ली
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है. इस बीच घाटी में सामान्य होते हालात के बीच आतंकियों ने लोगों को धमकी दी है. आतंकियों ने स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों को धमकी दी है. हिजबुल ने लोगों को दुकानें न खोलने की धमकी दी है. साथ ही टैक्सी ड्राइवरों को टैक्सी न चलाने की धमकी दी गई है. इसके अलावा स्थानीय लोगों को घर से बाहर न आने की धमकी भी दी गई है. इससे पहले आतंकियों के जरिए एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
आतंकी संगठन हिजबुल के नाम से जारी चिट्ठी में कहा गया है कि दुकानदार अपनी दुकानें न खोलें और घाटी में बाजार बंद रहने चाहिए. साथ ही वाहन चालकों में भी यह कहकर धमकाया गया है कि घाटी में चलने वाले वाहनों ने नंबर आतंकियों के पास हैं और ऐसे में वह अपने वाहन घरों से बाहर न निकालें. आतंकियों ने चालकों को वाहन जलाने तक की चेतावनी दी है.
स्कूलों को लेकर भी आतंकियों ने चेतावनी जारी की है. चिट्ठी में कहा गया है कि सड़कों पर कोई भी स्कूल जाती लड़की नहीं दिखनी चाहिए. कहा गया है कि मां और बेटियां घर में ही रहें क्योंकि उनकी इज्जत अब खतरे में हैं.
आम लोगों को निशाना बना रहे हैं आतंकी
बौखलाए आतंकी अब आम लोगों को निशाना बना रहे हैं. गुरुवार को आतंकियों ने श्रीनगर में दुकानदार पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक की पहचान गुलाम मोहम्मद के रूप में हुई.
वहीं आतंकियों के हर मंसूबे को नाकाम करने के लिए भारतीय सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत सुरक्षा का जायजा लेने के शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे. उनका दौरा दो दिन का होगा. सेना प्रमुख ने जवानों के साथ बातचीत की, साथ ही उन्होंने उनके उच्चस्तर के मनोबल और प्रेरणा के लिए उनकी सराहना भी की.