पटना
लालू परिवार और बहू ऐश्वर्या के बीच की लड़ाई रविवार को एक बार फिर सड़क पर आ गई। तेप्रताप यादव की पत्नी एश्वर्या राय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर सामान छीनने और मारपीट का आरोप लगाने के बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचकर मामले की जांच की। उल्लेखनीय हो कि लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और उनकी पत्नी एश्वर्या राय के बीच कोर्ट में तलाक का मामला चल रहा है।
राबड़ी देवी के सरकारी बंगले से रविवार की शाम रोते हुए बाहर निकलीं ऐश्वर्या ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उनके पिता चंद्रिका राय को लेकर पटना विश्ववद्यिालय में एक गलत पोस्टर लगाया गया। उन्होंने इस संबंध में सास राबड़ी देवी से जानना चाहा कि उनके व्यक्तिगत विवाद में पिता चंद्रिका राय को क्यों घसीटा गया। इसी बात पर सास ने उनका बाल नोचा और जमकर पिटाई की। एक महिला पुलिसकर्मी पर भी मारपीट का आरोप लगाया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद राबड़ी देवी के आवास दस सर्कुलर रोड पर बाहर से ताला बंद हो गया।
ऐश्वर्या ने कहा कि राबड़ी देवी के इशारे पर साक्ष्य मिटाने के लिए उसका मोबाइल भी एक सुरक्षकर्मी ने छीन लिया। साथ ही उसे घर से बाहर निकाल दिया। तलाक के मुकदमे को लेकर सभी प्रमाण उसी मोबाइल में थे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी पूरे मामले की जानकारी है। कहा, 17 दिसम्बर को तालाक मामले का फैसला आ सकता है। राबड़ी देवी चाहती है कि उसके पहले वह घर छोड़ दे।
ऐश्वर्या को घर से धक्के देकर बाहर निकाले जाने की जानकारी मिलते ही उनके पिता चंद्रिका राय पत्नी पूनम राय के साथ राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लालू परिवार ने उनकी पुत्री को प्रताड़ित किया है उसका वह अब करारा जवाब देंगे। हम राजनीतिक लड़ाई तो लडेंगे ही, राबड़ी देवी को एक्सपोज भी करेंगे। जो घर की महिला को सुरक्षा नहीं दे सकती है, वह बाहर की महिलाओं को क्या सुरक्षा देगी। ऐश्वर्या की मां पूर्णिमा राय ने आरोप लगाया कि ऐशवर्या को घर में खाना नहीं दिया जाता था। वह अपने घर से खाना उसे भेजती थी। चंद्रिका राय ने अपने दामाद तेजप्रताप को एक पागल लड़का बताया।
उधर इस मामले पर न तो तेजप्रताप यादव और न ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का कोई बयान सामने आया लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने मामले पर मीडिया से बातचीत में कहा कि यह सब ड्रामा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर हो रहा है। असली मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सरकार यह करा रही हे। यह दो परिवारों या दो लोगों का मामला है जो कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट को ही इसका फैसला करना है।
विदित हो कि इससे पूर्व 29 सितंबर को ऐश्वर्या ने राबड़ी देवी पर घर से बाहर निकालने का आरोप लगाया था। उस समय भी पूर्व मुख्यमंत्री के आवास के बाहर जमकर हंगामा हुआ था और ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय को आना पड़ा था। पुलिस हस्तक्षेप के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ऐश्वर्या को घर में रखने को तैयार हुई थीं।