पटना
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जिस राजद को अक्सर लोकतंत्र पर खतरा दिखने लगता है, उसे पहले पार्टी में लोकतंत्र स्थापित करना चाहिए। इसके नेता जब तक गंभीर रूप से बीमार, चारा घोटाला में सजायाफ्ता और चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित लालू प्रसाद की जगह किसी और को अध्यक्ष नहीं चुनते, तब तक यह पार्टी एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह ही काम करती रहेगी। राजद का सदस्यता अभियान या संगठनात्मक चुनाव सिर्फ दिखावा है।
शुक्रवार को ट्वीट कर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महागठबंधन में बिना सहयोगी दलों की राय के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी एकतरफा घोषित करने वाले राजद में जिला प्रमुख के 48 में से 40 पदों पर एक खास वर्ग का कब्जा है। अतिपिछड़ा- दलित को कुल सात पद दिये गए हैं। ऐसे में यह पार्टी किस आधार पर बिहार के सभी समुदायों का भरोसा जीत सकती है। राजद का संगठनात्मक स्वरूप उसके सामाजिक न्याय का चेहरा उजागर करने के लिए काफी है।
एक अन्य ट्वीट में कहा कि राफेल विमान खरीद में अड़ंगेबाजी करने के लिए कांग्रेस ने चौकीदार को चोर कहा। सेना का अपमान किया, सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगे। देशद्रोह कानून खत्म करने तक का वादा किया। इसी से नाराज जनता ने संसदीय चुनाव में राहुल-सोनिया की पार्टी को सिरे खारिज कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा देश की सेवा का मौका दिया।