नई दिल्ली
इस दुनिया में हर चीज का संचालन ऊर्जा से होता है।ऐसे में बस जरुरत है अपने भीतर और आसपास सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने की, वास्तुशास्त्र में ऊर्जा को नियंत्रित करने और सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए ऐसे कई उपाय बताए गए हैं।आज हम आपको वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप सुख-समृद्धि पा सकते हैं-
रंगों को जीवन में सकारात्मकता का संचार करने वाले प्रतीक के रूप में माना जाता है।दीवाली और शुभ अवसरों पर घर के दरवाजे पर रंगोली बनाई जाती है।ऐसे में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए घर के दरवाजे पर रंगोली बनाना न भूलें।
आप घर में धूप, कपूर जलाकर इसका धुआं पूरे घर में फैलाएं। कोशिश करें कि महकता हुआ धुआं हर कमरे और कोने-कोने में जाए। ऐसा होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
यह बात अटपटी लग सकती है लेकिन वास्तुशास्त्र में दाएं पैर को सकारात्मक ऊर्जा के साथ जोड़कर देखा जाता है।ऐसे में आप घर या ऑफिस कहीं भी जाएं, कोशिश करें कि अपना दायां कदम पहले उन जगह पर रखें।
पोंछा लगाते हुए ध्यान रखना चाहिए कि पोंछे का गंदा पानी कभी भी घर में या बाथरूम में न डालें। घर की साफ-सफाई के बाद ऐसे पानी को घर से बाहर फेंक देना चाहिए। कोशिश करें कि उस पानी को फिर से अंदर न लाएं।
कहते हैं कि किसी भी भूखे को रोटी देना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है।ऐसे में जानवरों को रोटी देने से घर में सकारात्मकता का वास होता है। कोशिश करें कि घर की छत पर पंछियों के लिए पानी और घर के बाहर जानवरों के लिए पानी रख दें।