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रेल के डिब्बे में ले जाकर मासूम बच्ची का कत्ल, शरीर पर मिले दांतों के निशान

 
पुणे 

महाराष्ट्र के पुणे में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक शख्स ने दो साल की मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया. फिर उसको बेरहमी से पीट-पीटकर घायल कर दिया गया. लेकिन अस्पाताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई. पुलिस इसे रंजिश का मामला बता रही है. जबकि पीड़ित माता-पिता का कहना है कि पुलिस तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रही है. पीड़ित परिवार के पड़ोसी भी उनके समर्थन में आ गए है.

पुलिस ने जब सूचना मिलने पर बच्ची को बरामद किया तो उसके शरीर पर चोटों के साथ-साथ तेज दांत से काटने के निशान भी मिले. पीड़ित बच्ची के सिर में भी गंभीर चोट थी. पुलिस का दावा है कि बलात्कार का कोई संकेत नहीं मिला है. अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं आई है.

पुलिस का दावा है कि हमले के पीछे सिर्फ बदला मकसद था, जबकि पीड़ित माता-पिता का कहना है कि पुलिस उन्हें गुमराह कर रही है. क्योंकि जिस शख्स को पुलिस ने आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया है. उसे पीड़िता परिवार जानता तक नहीं तो उनकी दुश्मनी कैसे हो सकती है.

पीड़ित परिवार के पड़ोसियों का कहना है कि पिछले दो महीनों में छोटी बच्चियों को उठाने की दो बार नाकाम कोशिश की गई. इस वारदात में भी आरोपी ने बच्ची को उस वक्त अगवा किया, जब वह शौच के लिए बाहर गई थी. आरोपी बच्ची को पुणे रेलवे यार्ड में खड़े एक रेल के डिब्बे में ले गया और उस पर बेरहमी से हमला किया. हालांकि अब आरोपी के बयानों में विरोधाभास है. इसलिए पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

बीती 26 अगस्त की सुबह, रेलवे यार्ड क्षेत्र में गश्त कर रहे आरपीएफ के जवानों को बच्ची रेल के डिब्बे में गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली थी. उसके शरीर से खून बह रहा था. बच्ची को तुरंत ससून सरकारी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया था.

इस संबंध में पुलिस स्टेशन में अपहरण, शारीरिक हमला और हत्या का मामला दर्ज किया है. डीसीपी ज़ोन 2 शिरीष सर्देशपांडे ने आजतक को बताया कि इस मामले को सुलझाने के लिए तीन टीमें बनाई गईं हैं. रेलवे प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोगों से पूछताछ के अलावा, पुणे रेलवे स्टेशन पर सभी संभव सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई है.

फिलहाल पुलिस ने इस मामले में एक 19 साल के युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान इस घटना में शामिल होना स्वीकार किया है. पुलिस को दिए गए अपने बयान में आरोपी ने कहा कि वह बच्ची के माता-पिता से बदला लेना चाहता था. क्योंकि उन्होंने उसे पीटा था.

हैरानी इस बात की है कि पीड़ित परिवार का दावा है कि वह पकड़े गए आरोपी को जानते तक नहीं तो उससे मारपीट या दुश्मनी निकालने का कोई मतलब ही नहीं है. पीड़ित परिवार के पड़ोसियों का कहना है कि बालिका के अपहरण की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के दो प्रयास हुए थे. लेकिन लोगों के शोर मचाने पर अपहरणकर्ताओं ने उस बच्ची को छोड़ दिया था. इस घटना से इलाके में बच्चों को लेकर दहशत का माहौल है.

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