नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे यूनिवर्सिटी के छात्रों के सामने खड़े होने की पीएम मोदी में हिम्मत नहीं है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वो बिनी किसी सुरक्षा के यूनिवर्सिटी में जाएं और छात्रों से बात करें. राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं की आवाज को दबाना नहीं चाहिए. राहुल गांधी ने ये बातें सोमवार को विपक्ष की बैठक के बाद कही.
राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं और किसानों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है, लेकिन उनसे बात करने की बजाय ध्यान बांटा जा रहा है. कांग्रेस सांसद ने इसके बाद अर्थव्यवस्था को लेकर पीएम पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था कैसे पटरी पर आएगी इसका जवाब पीएम को देना चाहिए.
नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस विरोध प्रदर्शन में छात्र और युवा भी सामने आ रहे हैं. जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र कानून के खिलाफ 15 दिसंबर से ही प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र लगातार इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इसके अलावा राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा कि दिल्ली में हमारी विचारधारा से मिलती जुलती राजनीतिक पार्टियों के 20 नेता मिले. इस मुलाकात में देश के मौजूदा हालात पर चर्चा की गई. मोदी सरकार के जनता के खिलाफ लिए गए फैसलों पर रणनीति भी तैयार की गई. हम ऐसी घटनाओं का विरोध करेंगे.
राजधानी दिल्ली में कांग्रेस की अगुवाई में सोमवार को विपक्षी दलों की बैठक हुई. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में बुलाई गई इस बैठक में एक दर्जन से अधिक विपक्षी दल शामिल हुए लेकिन कुछ बड़े दल शामिल नहीं हुए. महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ सरकार चला रही शिवसेना को इस बैठक के लिए न्योता नहीं दिया गया था.
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा, नागरिकता संशोधन एक्ट पर विरोध और देश के मौजूदा हालात पर कांग्रेस ने विपक्ष की बैठक बुलाई थी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस बैठक में शामिल हुए. राहुल गांधी करीब दो हफ्ते बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में आए हैं. इससे पहले वो झारखंड में कांग्रेस-जेएमएम की सरकार गठन के दौरान दिखाई दिए थे. राहुल गांधी ने बीते दिनों हुई कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में भी हिस्सा नहीं लिया था. हालांकि, इस दौरान वह ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साध रहे थे.
केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन एक्ट पर विपक्ष लगातार विरोध जता रहा है. कांग्रेस समेत कई राजनीतिक पार्टियां विरोध प्रदर्शनों के जरिए केंद्र सरकार को घेर रही हैं . लगातार जारी विरोध प्रदर्शनों के बाद भी गृह मंत्रालय ने नागरिकता संशोधन एक्ट का गैजेट जारी किया है. केंद्र सरकार विपक्ष के भारी विरोध के बाद भी नागरिकता कानून से अपने कदम वापस लेने के लिए तैयार नहीं है.