रायपुर
जल की गुणवत्ता जांचने भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 20 राज्यों से लिए गए पानी के नमूने में छत्तीसगढ़ की राजधानी के पानी की गुणवत्ता देश में शीर्ष के पांचवें स्थान पर पाई गई है। महापौर श्री प्रमोद दुबे ने कहा है कि नगरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वृहद कार्ययोजना बनाकर नगर निगम व रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने जिस योजनाबद्ध तरीके से कार्य शुरू किया है, इस वजह से शहर के पानी की गुणवत्ता को यह सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है। एक केन्द्रीय सर्वेक्षण के निष्कर्ष में यह खुलासा हुआ है।
महापौर प्रमोद दुबे ने आगे कहा कि सभी नागरिकों को शुद्ध पेयजल मिले इस दिशा में गंभीर प्रयास किए गए हैं। झुग्गी बस्तियों सहित शहर के छोर में बसे रिहायशी इलाकों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो सके इसके लिए ठोस कार्य योजना बनाई गई है। सदर बाजार, तेलीबांधा, गुढिय़ारी जैसे रिहायशी इलाकों से योजनाबद्ध ढंग काम शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि पेयजल आवर्धन योजना के तहत जल शोधक संयंत्र में नए 80 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना के साथ ही 150 एमएलडी प्लांट का अपग्रेडेशन किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 16 वाटर एटीएम की स्थापना बीएसयूपी साइट सहित प्रमुख अस्पतालों, उद्यानों, सार्वजनिक स्थलों पर रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा की गई है। जल जनित बीमारियों के संभावित क्षेत्र को चिन्हित कर प्रोफेसर कॉलोनी व अन्य झुग्गी बस्तियों में दो हजार किमी से भी अधिक पाइप लाइन बिछाने का काम तेजी से किया गया। यही वजह है कि इस वर्ष पीलिया व डेंगू जैसी बीमारियां भी रायपुर में पांव नहीं पसार सकी।
उन्होंने बताया कि राम नगर, श्याम नगर सहित 7 गांव में पानी टंकी व जलापूर्ति व्यवस्था का विस्तार किया गया है। सार्वजनिक जल वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाने कुशालपुर, मोतीबाग में भी पानी टंकी का निर्माण कर पाइप लाइन का विस्तार हो रहा हैं। श्री दुबे ने आगे बताया कि शहर को 24 घंटे शुद्ध पेयजल सुलभ कराने की महत्वाकांक्षी कार्य योजना शुरू कर दी गई है, इससे न केवल पानी का अपव्यय रुकेगा बल्कि जल संकट जैसी स्थिति भी निर्मित नहीं होगी और हर घर को 24घंटे शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा।। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस गुणवत्ता परीक्षण में रायपुर के जल शुद्धता को देश में पांचवा स्थान मिलना उत्साहजनक है और नगर निगम व स्मार्ट सिटी मिलकर देश में सर्वोच्च स्थान भी प्राप्त करेगी।