कलर्स टीवी पर हाल ही में शुरू हुए शो 'राम सिया के लव कुश' पर शुरू हुआ हंगामा अब गंभीर रूप ले चुका है। जहां ऐतिहासिक तथ्यों को कथित रूप से तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए वाल्मीकि समुदाय इसे बैन किए जाने की मांग कर रहा है, वहीं अब सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने चैनल को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस जारी करते हुए मंत्रालय ने चैनल से 15 दिन के अंदर जवाब देने और पेश होने के लिए कहा है।
इस नोटिस में लिखा है, 'सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि कलर्स ने चैनल ने हाल ही में 'राम सिया के लव कुश' सीरियल शुरू किया है, जिसे सोमवार से शुक्रवार रात 8:30 से 9 बजे तक प्रसारित किया जाता है। ऐसा देखा गया है कि यह शो ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर गलत जानकारी का प्रसार कर रहा है। साथ ही यह वाल्मीकि समुदाय की गलत छवि पेश कर रहा है और धार्मिक भावनाओं को भी आहत कर रहा है। समुदाय ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर इस शो का प्रसारण तुरंत ही नहीं रोका गया तो वह देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा।'
इस नोटिस में आगे लिखा गया है, 'शो में दिखाया जाता है कि भगवान श्रीराम लव और कुश से मिलने के लिए महर्षि वाल्मीकि के आश्रम जाते हैं, जोकि सच नहीं है। राम लव और कुश से अश्वमेध के दौरान मिले थे, जब दोनों ने राम द्वारा छोड़ा गया अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा पकड़ लिया था।'
इससे पहले बीते शनिवार यानी 8 सितंबर को वाल्मीकि समुदाय ने पंजाब में एक दिवसीय बंद रखा, जिसके दौरान राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं हुईं और जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। इसके अलावा गायक और बीजेपी नेता हंसराज हंस ने भी केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से भी 'राम सिया के लव कुश' पर बैन लगाने की मांग की। इस संबंध में उन्होंने जावड़ेकर को एक पत्र भी लिखा था।