लखनऊ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर से सांसद आजम खान के खिलाफ जांच एजेंसियों के चल रहे एक्शन के खिलाफ खुलकर खड़े हो गए हैं. शुक्रवार को अखिलेश यादव रामपुर पहुंचकर सांसद आजम खान के हमसफर रिसॉर्ट में रुके और आज दिनभर शहर के उलेमाओं के साथ मेल मुलाकात करते रहे.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रामपुर शहर के तमाम उलेमाओं के साथ बैठककर सांसद आजम खान के साथ हो रही कार्रवाई को लेकर काफी देर तक चर्चा की. इसके बाद समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया. अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे घबराए नहीं हमलोग सब एकजुट हैं और हर स्तर पर सरकार से मोर्चा लेने के लिए तैयार हैं.
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के बड़े वकीलों से राय लेकर आजम खान के खिलाफ सभी फर्जी केसेज को खत्म कराया जाएगा. अखिलेश यादव ने रामपुर में महिलाओं और वहां वकीलों से भी मुलाकात की. इसके बाद वापसी के समय रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी के तोड़े गए उर्दू गेट को भी देखने पहुंचे और उसके बाद बरेली रवाना हो गए.
सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप
इस बीच जांच एजेंसियों ने सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी का संचालन कर रही जौहर ट्रस्ट के सभी सदस्यों की जांच करने का फैसला किया है. अब इन सदस्यों की जांच ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय करेगा. ईडी को मिली हुई शिकायत में कहा गया है कि 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद आजम खान 560 एकड़ भूमि पर जौहर यूनिवर्सिटी का निर्माण कराने में जुटे थे और सारे नियम व कानून ताक पर रख दिए गए थे. इस निर्माण में सरकारी धन का भी दुरुपयोग किया गया है.
आरोप ये भी है कि आजम खान ने यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए अपने विभाग के ठेकेदारों और बिजनेसमैन से करोड़ों रुपये का चंदा लेकर काले धन को सफेद करने का प्रयास किया है. आरोपों के मुताबिक यह चंदा दरअसल रिश्वत की रकम थी. बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके नाम से फर्जी रसीदें चंदे के लिए काट दी गई. कई ऐसे हैं जिन्होंने कभी आयकर रिटर्न भी दाखिल नहीं किया, जबकि उनके नाम से जौहर यूनिवर्सिटी में करोड़ों का चंदा दिया गया है.