बेंगलुरु
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। नागपुर से बेंगलुरु आई गोएयर की फ्लाइट ने लैंडिंग के समय जैसे ही रनवे को टच किया, विमान का संतुलन बिगड़ गया और वह घास भरे मैदान में काफी दूर तक घिसटता हुआ चला गया। इसके बाद उसने वहां से फिर रफ्तार पकड़ी और दोबारा उड़ान भर ली। विमान लैंडिंग के लिए विजिबिलिटी के इंतजार में काफी देर बेंगलुरु के आसमान में चक्कर काटता रहा, मगर आखिरकार उसे हैदराबाद भेज दिया गया जहां उसने सेफ लैंडिंग की।
घटना सोमवार सुबह 7:30 बजे की है, जब गोएयर की फ्लाइट संख्या G8-811 नागपुर से 180 यात्रियों को लेकर बेंगलुरु आ रही थी। विमान को बेंगलुरु एयरपोर्ट के रनवे 09 पर उतरने की इजाजत दे दी गई। डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया, 'खराब विजिबिलिटी के चलते पायलट ने रनवे पर न उतरकर आसमान में चक्कर काटने का फैसला किया।' अधिकारी ने आगे बताया, 'हैदराबाद एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद एयरक्राफ्ट के लैंडिंग गियर पर मिट्टी लगी मिली, जो दिखाता है कि यह किसी कच्चे रास्ते पर उतरा था।'
नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) अरुण कुमार ने कहा कि एयरक्राफ्ट के क्रू की उड़ान पर रोक लगा दिया गई है। उन्होंने कहा, 'इसके अलावा एयरक्राफ्ट की उड़ान पर भी रोक लगा दी गई है और उसे हैदराबाद में ही विस्तृत जांच के लिए रखा गया है। डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से मिले डेटा की जांच की जा रही है।'
उधर गोएयर ने इतनी बड़ी घटना को छिपाने की भरसक कोशिश की और इसे सिर्फ सामान्य गो-अराउंड (लैंडिंग न हो पाने पर आसमान में चक्कर काटना) बताया। गोएयर ने एक बयान में कहा, 'फ्लाइट ने लैंडिंग न हो पाने पर बेंगलुरु में आसमान का चक्कर काटा और बाद में उसे हैदराबाद डायवर्ट कर दिया गया। सभी यात्री, क्रू और एयरक्राफ्ट पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस घटना से डीजीसीए को तुरंत अवगत कराया गया। डीजीसीए और गोएयर दोनों अपने स्तर से जांच कर रहे हैं और फिलहाल क्रू को फ्लाइंग ड्यूटी से हटा दिया गया है।'