भोपाल
मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर सीधा हमला करते हुए कहा कि वे किसानों का कष्ट समझ नहीं पाते हैं. खेत पर जाते नहीं हैं. अधिकारी या कुछ मंत्री जो बताते हैं, वो बोल देते है. सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार प्रदेश समेत हर राज्य की मदद कर रही है. यूरिया को लेकर प्रदेश स्तर पर खुद सरकार को प्रबंधन करना पड़ता है. क्योंकि मांग एकदम आती है, किसानों को यूरिया की सीमित समय के लिए जरूरत पड़ती है. राज्य सरकार को पहले से इसका भंडारण करना पड़ता है.
प्रबंधन में सरकार नाकाम
राकेश सिंह ने कहा कि यूरिया संकट के समय भी राज्य के पास 27 हजार मीट्रिक टन यूरिया था, वितरण का इंतजाम नहीं किया गया. संकट गहराने पर केंद्र सरकार 15 लाख मीट्रिक टन यूरिया दे रहा है. साथ ही कोटे से ज्यादा 75 हजार मीट्रिक टन यूरिया राज्य सरकार को देने का फैसला भी केंद्र ने किया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर सभी दरवाजे खोल दिए हैं, प्रबंधन तो राज्य सरकार को करना है. यूरिया किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. इसको कांग्रेस सरकार ने नहीं निभाया. यूरिया ब्लैक होने लगा तो राज्य सरकार केंद्र को जिम्मेदार ठहरा रही है.
कांग्रेस पर मढ़ा आरोप
उन्होंने बताया कि केंद्र ने राज्य सरकार का यूरिया का कोटा कम नहीं किया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ने अलग राजनीति शुरू की है. भाजपा 15 साल सत्ता में रही, इसके बावजूद बदले की राजनीति नहीं की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को लगता है भाजपा के स्थापित नेताओं को षड्यंत्र के तहत फंसा देंगे, ऐसा नहीं होगा. उन्होंने भाजपा के बड़े नेताओं पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो निराधार हैं. पेंशन घोटाले में जो जांच करनी है, करें, मगर झूठे आरोप न लगाएं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने एमपी के स्वास्थ्य मंत्री के कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होने पर भी कटाक्ष किया. राकेश सिंह ने कहा कि विधायक और मंत्री अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में लगे हैं. मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर भी सिर-फुटव्वल हो रहा है. यह समय-समय पर सामने आया है. इस वजह से भी राज्य सरकार ठीक ढंग से काम नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि जनता के हित के कामों पर कमलनाथ और उनकी सरकार का ध्यान ही नहीं है. सिंह ने कहा कि भाजपा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है. 14 को राज्य के सभी मंडलों में खेत में धरना देंगे. किसानों और खेत की वस्तुस्थिति सामने रखेंगे. भाजपा किसानों के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़ी रहती है. वहीं दिल्ली में 14 को ही होने वाली कांग्रेस की रैली को शिगूफा करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह जनता का ध्यान समस्याओं से हटाने का असफल प्रयास साबित होगा.