हरदोई
किसान की बेटी अंतिमा सिंह ने पुलिस भर्ती परीक्षा में पहली बार नाकाम रहने के बाद हिम्मत नहीं हारी बल्कि और अधिक तैयारी की। नतीजतन दूसरे प्रयास में उसने न सिर्फ सफलता की बल्कि महिला वर्ग में प्रदेश की टापर बन गई। साण्डी ब्लाक क्षेत्र के गांव भदार निवासी सुनील सिंह खेतीबाड़ी करके परिवार का जीविकोपार्जन करते हैं। वह एमकाम तक पढ़े हैं। रिसर्च स्कालर भी रहे। उनकी पत्नी अनीता सिंह इंटरमीडिएट तक पढ़ी हैं। वह 2001 में गांव की प्रधान भी रही हैं। शिक्षा को तरक्की का आधार मानने वाले दंपति ने हरदोई शहर के मोहल्ला बोर्डिंग हाउस में किराए के मकान में रहकर बच्चों को बढ़ाया। पुलिस भर्ती निकलने पर 2013 में बड़ी बेटी ने फार्म भरा। इसमें बड़ी बेटी सुरभि सिंह का चयन हो गया। वह इस समय लखनऊ में ट्रेनिंग कर रही है। वहीं अंतिमा सिंह ने 2018 में पहली बार पुलिस भर्ती परीक्षा दी। इसमें रनिंग न क्वालीफाइ करने के कारण बाहर हो गई।