नई दिल्ली
एनआईए ने इसके साथ जम्मू-कश्मीर से जुड़े टेरर फंडिंग केस में यासीन मलिक, शबीर शाह, मसरत आलम, पूर्व विधायक इंजिनियर रशीद सहित अन्य अलगाववादी नेताओं के खिलाफ पूरक चार्जशीट दाखिल की है। 2017 के टेरर फंडिंग केस में एनआईए ने शुक्रवार को यासीन को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया था।
इन अलगाववादी नेताओं पर 2010 और 2016 में कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों और पथराव कराने के लिए पाकिस्तान से धन (फंड) लेने का आरोप है। मीरवाइज उमर फारूक और सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दो धड़ों से जुड़े कई अलगाववादियों को आतंकी फंडिंग के आरोप में एनआईए ने 2017 में गिरफ्तार किया था। इसके अलावा एनआईए ने अलगाववादियों के लिए पाकिस्तान से खुफिया तौर पर फंड लेने के लिए श्रीनगर के एक व्यापारी जहूर वटाली को भी गिरफ्तार किया।
एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए कुछ ज्ञात अलगाववादी नेताओं में शब्बीर शाह, नईम खान, मसरत आलम, असिया अंद्राबी और फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे शामिल हैं। यासीन मलिक को 2010 और 2016 में अलगाववादी आंदोलन के दौरान कश्मीर में अशांति फैलाने में उनकी भूमिका को लेकर चार अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद से घाटी में अशांति फैलाने का उन पर आरोप है।