नई दिल्ली
हूती विद्रोहियों ने शनिवार को यमन के मारिब प्रांत में मिसाइल और ड्रोन से हमला किया. इस हमले में करीब 70 सैनिकों की मौत हो गई. यह घटना तब हुई जब मारिब प्रांत के एक मस्जिद में सैनिक नमाज अदा कर रहे थे. बता दें कि साल 2014 से सऊदी अरब समर्थित यमन का ईरान समर्थित हूतियों से संघर्ष चल रहा है. मेडिकल व मिलिट्री सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को मारिब में मिलिट्री कैंप में स्थित एक मस्जिद पर हूतियों ने मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था. ये प्रांत सना के 170 किमी पूर्व में है. यमन के राष्ट्रपति आबेद्राब्बू मंसूर हादी ने इस हमले की निंदा की है. उन्होंने इसे आतंकी हमला बताया है. इधर, यमनी सरकारी अधिकारियों ने हमले के लिए ईरान-सहयोगी हूती विद्रोहियों को दोषी ठहराया है. फिलहाल हूतियों ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. स्थानीय लोगों के अनुसार, मारिब के इस हमले के कुछ घंटे बाद ही यमन सरकार की समर्थक सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने हूती विद्रोहियों समूह की राजधानी सना के दक्षिण-पूर्व में उनके नियंत्रण वाले सैन्यअड्डे पर कई सीरीज में हवाई हमले किए. इनमें किसी के भी मारे जाने की कोई खबर नहीं है.
कब से जारी है संघर्ष?
गौरतलब है कि यमन में पिछले लंबे समय से संघर्ष जारी है. शुरुआत में हूती के इन विद्रोहियों ने राजधानी सना पर कब्जा किया था और बाद में कब्जा देश के ज्यादातर हिस्सों पर हो गया. तब इस हमले के कारण यमन के राष्ट्रपति आबेद्राब्बू मंसूर हादी को देश छोड़ना पड़ा था, अब सऊदी हादी के समर्थन में है और विद्रोहियों के खिलाफ जंग कर रहा है.