ग्वालियर
कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) इन दिनों जहां भी जा रहे हैं और जो भी बोल रहे हैं वो सुर्ख़ियां बन रहा है. वो आज ग्वालियर (gwalior) दौरे पर आए तो मीडिया (media) के सवालों ने यहां भी उन्हें घेरा. सिंधिया ने उन्हें लेकर चल रही हर अटकल को अफवाह बताया और कहा, ये सब बेवजह है.
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर जाने की अटकलों और अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया. ग्वालियर दौरे पर आए ज्योतिरादित्य ने साफ और खरे शब्दों में कहा मैं कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जा रहा. मैं पार्टी का सिपाही हूं, कार्यकर्ता हूं और ज़मीन पर कार्य करता हूं. मैं कांग्रेस में ही रहूंगा.
हाल ही में ट्विटर बायो बदलने के मुद्दे पर मची हलचल को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बेवजह की अटकलबाज़ी बताया. उन्होंने कहा मैं जनसेवक भी और क्रिकेट प्रेमी भी. इसलिए ट्विटर पर यही स्टेटस बदला. मैं एक महीने पहले अपना बायो बदल चुका था, जिस पर अब बेवजह हंगामा हो रहा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के प्रदेश प्रभारी थे. वहां अब बनी गठबंधन सरकार पर ज्योतिरादित्य ने कहा,महाराष्ट्र में तीनों दलों की विकास अघाड़ी सरकार बनी है, जो महाराष्ट्र के विकास और प्रगति को शिखर पर पहुंचाएगी. ये गठबंधन राजनीति का नहीं विकास और प्रगति का है. उन्होंने कहा,उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस मिलकर महाराष्ट्र में नया इतिहास लिखेंगे.
ज्योतिरादित्य का बयान आते ही उनके समर्थक मंत्रियों की राय आना भी शुरू हो गयी. कमलनाथ सरकार में मंत्री इमरती देवी बोलीं, महाराज कांग्रेस के नेता हैं. मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और वो महाराज के साथ हैं. महाराज पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं.
पिछले दिनों लोगों की नज़र ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर अकाउंट के बायो पर पड़ गयी थी. उसमें उन्होंने अपना स्टेटस जन सेवक और क्रिकेट प्रेमी लिखा था. लोगों का जब इस ओर ध्यान गया तो सियासी हलचल मच गयी. उनके असंतुष्ट होने और बीजेपी में जाने की अटकलों का बाज़ार फिर गर्म हो गया. जब अफवाहें कुछ ज़्यादा ही फैलने लगीं तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने याद दिलाया कि वो एक महीने पहले ही अपना बायो बदल चुके हैं. ये अटकलें और अफवाहें बेवजह की हैं.