बागपत लखनऊ
मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच के लिए सीबीआई टीम बागपत में डेरा जमाए हुए है। बुधवार को सीबीआई की टीम बागपत कोर्ट पहुंची और यहां से बजरंगी हत्याकांड में अब तक के ट्रायल का ब्यौरा प्राप्त कर गवाहों के बयानों की प्रतियां प्राप्त कीं। इससे पूर्व सीबीआई की टीम ने जिला जेल पहुंचकर नक्शा-नजरी भी तैयार किया। सीबीआई जल्द ही घटना का 'री-क्रिएशन' भी कर सकती है।
बागपत जेल में 9 जुलाई 2018 को हुई पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी हत्या की सीबीआई जांच चल रही है। पिछले तीन दिनों से सीबीआई टीम बागपत में डेरा जमाए हुए है। पहले दिन टीम ने जेल और थाने पहुंचकर हत्याकांड का ब्यौरा जुटाया था। बुधवार को डिप्टी एसपी अरुण रावत के नेतृत्व में सीबीआई की टीम बागपत कोर्ट पहुंची। बताया जाता है कि यहां उसने जिला जज और सीजेएम न्यायालय से मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में अब तक हुए ट्रायल का पूरा ब्यौरा जुटाया। साथ ही तत्कालीन जेलर उदय प्रताप सिंह के बयानों को पढ़ा और उसकी प्रति प्राप्त की।
इसके अलावा विवेचक, चिकित्सक और अन्य लोगों द्वारा दी गई गवाही की प्रतियां भी न्यायालय से प्राप्त की। सुनील राठी अब तक कितनी बार इस हत्याकांड की पेशी पर आया और नहीं आया तो किस कारण से नहीं आया, इसकी भी विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
एसपी बागपत प्रताप गोपेंद्र यादव का कहना है कि सीबीआई की टीम मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच के सिलसिले में बागपत न्यायालय में गई थी। उसने क्या जानकारी और रिकार्ड जुटाए, उसकी उन्हें जानकारी नहीं है।