ग्रेटर नोएडा
मुथूट फाइनेंस की गाजियाबाद शाखा के शाखा प्रबंधक आजाद की 20 जून को हुई हत्या के मामले का पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश कर दिया. ग्रेटर नोएडा पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद करने का दावा करते हुए कहा कि शाखा प्रबंधक की हत्या ममेरे भाई ने ही लूट के इरादे से कराई थी.
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि दो फरार बताए जाते हैं. गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस के साथ ही मृतक का मतदाता पहचान पत्र, बजाज फाइनेंस के कार्ड भी बरामद किए गए हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आजाद के ममेरे भाई परिविंदर ने उससे 10 हजार रुपये उधार लिए थे. वह उधार का पैसा आजाद को लौटाना नहीं चाहता था.
परिविंदर को यह बात भी मालूम थी कि मुथूट फाइनेंस की शाखा के लॉकर (जिसमें जेवर रखे हैं) की चाबी आजाद के पास ही रहती है. परिविंदर ने लॉकर से जेवर लूटने के इरादे से उसकी हत्या की योजना बना दी. 20 जून को जब आजाद शाखा से घर जा रहा था, तभी परिविंदर भी उसके साथ हो लिया. परिविंदर और उसके साथी चमनलाल, दीपक, सुनील आजाद के साथ शराब पीने लगे.
योजना के तहत चमनलाल, दीपक और सुनील तीनों आजाद का बैग और चाबी लेकर शाखा में लूट के इरादे से गए और जब शाखा का ताला किसी भी तरीके से नहीं खुला, तब वापस लौटे और परिविंदर को इस बात की सूचना दी. इस बात की भनक आजाद को भी लग गई थी और उसने इसकी सूचना पुलिस को देने के साथ ही पंचायत बुलाने की बात कही.