बैतूल
रानीपुर डैम का गेट सुधारने मुंबई से बुलाए गए गोताखोर भी उसे दुरुस्त नहीं कर पाए, बल्कि अब समस्या और बढ़ गई है। सुधारने की मशक्कत के दौरान गेट और उठ गया। संतुलन बनाने के लिए नदी वाला गेट भी खोलना पड़ा। अब दोनों गेटों से निकला पानी करीब 3 किलोमीटर क्षेत्र में किसानों की फसल बहा ले गया। डैम के पूरी तरह से खाली होने का खतरा भी उत्पन्न हो गया है।
रानीपुर डैम का गेट पिछले 20-22 दिनों से खराब पड़ा है। पहले इसे सुधारने के लिए मुंबई से गोताखोर बुलाए गए थे। पहले तो चेन पुल्ली टूट गई तो फिर मजबूत चेन पुल्ली बुलवाई गई, लेकिन फिर भी गेट नहीं सुधर पाया। इसके बाद अब दोबारा गोताखोर बुलाए गए थे।
जानकारी के अनुसार गोताखोरों और विभाग की टीम ने गेट को दुरुस्त करने की कोशिश की, लेकिन घंटों मशक्कत के बाद भी सुधार नहीं पाए। बल्कि गेट और ऊंचा हो गया। इस गेट से पानी का दबाव कम करने के लिए नदी वाला गेट भी खोलना पड़ा। इससे पानी तेज बहाव के साथ आसपास के खेतों में घुस गया, जिससे 12 से अधिक किसानों की फसलें बह गई।
इधर इस मामले में जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री एके डहेरिया का कहना है कि अब इलेक्ट्रिक और मैकेनिकल विंग से गेट सुधरवाया जाएगा। विंग को पत्र लिख दिया है, लेकिन जल्द काम हो सके, इसलिए सीधे मुख्य अभियंता से बात करके प्रयास किए जाएंगे।