भोपाल
माफिया (mafia) के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के बहुचर्चित व्यापम महाघोटाले (vyapam scam) के आरोपी के रेस्टोरेंट का एक हिस्सा आज ढहा दिया गया. ये रेस्टोरेंट केरवा डैम पर था और इसे इंदौर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के ज्वाइंट डायरेक्टर बी एस मुद्गल का बेटा चला रहा था. इस रेस्टोरेंट का अवैध निर्माण (illegal construction) गिरा दिया गया.
कार्रवाई के दौरान कई राजनेताओं और अफसरों ने प्रशासन के अधिकारियों को फोन कर दबाव बनाने की कोशिश की. लेकिन मीडिया की मौजूदगी की वजह से उनका दबाव काम नहीं आया. शाम होने की वजह से कार्रवाई रविवार को रोक दी गयी. सोमवार को फिर से बचे हुए अवैध निर्माण को गिराया जाएगा.बताया जा रहा है कि बी एस मुद्गल पूर्व में भोपाल नगर निगम में सिटी प्लानर थे.
कमलनाथ सरकार की माफिया के खिलाफ चल रही मुहिम का असर राजधानी भोपाल में देखने को मिला.दूसरे दिन की कार्रवाई में नगर निगम, जिला प्रशासन की टीम पुलिस के साथ केरवा डेम के आसपास माफिया के कब्जे हटाने पहुंची. यहां सबसे पहले रातीबड़ रोड पर बने ढाबों, रेस्टारेंट और अवैध कब्जे को हटाया गया.इसके बाद नगर निगम का अमला आगे बढ़ा और केरवा डेम के पास बने अवैध कब्जे को हटाया.सबसे पहले दो रेस्टारेंट को पूरी तरह से हटाया गया.इनके पास बिल्डिंग निर्माण की परमिशन नहीं थी. इन्होंने अवैध रूप से कब्ज़ा कर निर्माण किया था..जब निगम अफसरों ने कागज़ मांगे, तो एक भी व्यक्ति दस्तावेज़ पेश नहीं कर पाया.इसके बाद अगली कार्रवाई एक रसूखदार के रेस्टारेंट पर की गई.
जिस रेस्टोरेंट पर जेसीबी से कार्रवाई की गई वो व्यापम महाघोटाले के आरोपी सुधीर शर्मा का बताया जा रहा है.नगर निगम और प्रशासन के अधिकारी इस कार्रवाई पर कुछ भी कहने से बचते नजर आए.लेकिन सूत्रों के अनुसार यह रेस्टारेंट सुधीर शर्मा का है.जिसे उसने इंदौर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के ज्वाइंट डायरेक्टर बीएस मुग्दल को लीज पर दिया था.इस रेस्टारेंट को मुग्दल का बेटा संचालित कर रहा है. यहां अवैध निर्माण तोड़ा जा रहा है. रेस्टारेंट की परमिशन को लेकर भी संशय की स्थिति बनी है.बताया जा रहा है कि रेस्टारेंट खुलाने की अनुमति में पेंच फंसा है.निगम अफसरों का कहना है अनुमति की जांच का काम दूसरे विभाग का है, इसलिए सिर्फ अवैध निर्माण तोड़ा जा रहा है.
अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिशजिस समय कार्रवाई के लिए टीम पहुंची थी, उस समय मौजूद अधिकारियों के पास कार्रवाई न करने के लिए लगातार राजनेताओं और कई बड़े अफसरों के फोन आ रहे थे.एक घंटे तक कार्रवाई नहीं की गई.हालांकि, मीडिया की मौजूदगी की वजह से आपस में बातचीत और वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बातचीत करने के बाद कार्रवाई शुरू हुई. हालांकि अभी सिर्फ रेस्टारेंट का पिछला हिस्सा, जिसमें किचन बना था, उसे ढहाया गया. शाम होने की वजह से कार्रवाई रोक दी गयी. अधिकारियों का कहना है किचन के साथ पिछला हिस्सा और ऊपर की मंजिल पर बना टीन का हिस्सा भी अवैध है. इन अवैध निर्माण को सोमवार को गिराया जाएगा.