छत्तीसगढ़

मानसिक रोग से बचाव के लिए जन-जागरूकता अभियान

रायपुर
स्वास्थ्य विभाग द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ दिवस 10 अक्टूबर को प्रदेश भर में मानसिक बीमारियों को लेकर जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य शिविर लगाकर ऐसे रोगियों की जांच भी की जाएगी।

स्वास्थ्य मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ल द्वारा बनाए गए स्लोगन आशा अउ बिस्वास जगाबो, आत्महत्या के विचार ला दूर भगाबो, तोर जगह कोई नी ले सके का उपयोग कर 9 से 12 अक्टूबर तक जिले में जन जागरूकता चलाया जाएगा। वहीं मनोरोगियों की पहचान करते हुए इलाज, सेल्फी कंपटीशन और तनाव प्रबंधन कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जेल परिसरों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। गांवों में जन-जागरूकता के लिए ग्राम चौपाल, वाद-विवाद स्पर्धा के साथ कई कार्यक्रम रखे जाएंगे। स्थानीय सिनेमाघर में मानसिक स्वास्थ्य पर बनी जागरूकता डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण किया जाएगा। वॉल राइटिंग भी कराई जाएगी। सोशल मीडिया में भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

जिला चिकित्सालय रायपुर के सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ डीएस परिहार ने बताया कि इस वर्ष मुख्य आयोजन कुकुरबेड़ा में किया जाएगा। शिविर लगाकर वहां मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों की पहचान करते हुए जांच की जाएगी। मरीजों के ब्लड शुगर एवं बीपी की जांच की जाएगी । मरीजों के मुख की जांच होगी।  महिलाओं में विशेष रूप से स्तन कैंसर की जांच विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा की जाएगी। जन चौपाल में नशा और उससे होने वाले नुकसान पर चर्चा की जाएगी। शराब की लत एवं परिवार पर पडऩे वाले प्रभाव पर भी चर्चा की जाएगी। इसके अलावा खुदकुशी के कारणों पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा।

महासमुंद जिले मेंआयोजित कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप ताम्रकर ने बताया मानसिक स्वास्थ्य पर विधिक संगोष्ठी रखी गई है। विधिक साक्षरता, ग्राम चौपाल भी रखे गए हैं। मानसिक विकार एवं मानसिक तनाव के कारणों से हो रहे आत्महत्या के आंकड़ों को देखते हुए लोगों को तनाव मुक्त एवं जागरूक करने के लिए कार्यक्रम रखे गए हैं। नारायणपुर के ओरछा में भी निशुल्क शिविर लगाए जाएंगे।

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