छत्तीसगढ़

मानव तस्करी के शिकार 70 बच्चों को कोंडागांव पुलिस ने छुड़ाया, 300 के रेस्क्यू की प्रक्रिया जारी

कोंडागांव
 छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास के सरकारी दावों के बीच पुलिस एक बड़े मानव तस्करी रैकेट का खुलासा किया है। रोजगार के नाम पर ग्रामीणों को अन्य राज्यों में ले जाया जा रहा है। बंधक बनाकर उन्हें काम करवाया जा रहा है। इसकी शिकायकत पिछले साल इसी तरह ले जाई गई एक युवती की मां ने पुलिस के पास की थी। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए 70 मजदूरों को पुलिस, आंध्र, तेलंगाना और ओड़िशा से छुड़वाकर कोंडागांव लेकर लौटी। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
 

पुलिस ने बताया कि संवेदना योजना के तहत इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। करीब 300 बंधकों को रिहा कराने के प्रयास अभी भी जारी हैं। कोंडागांव के सिटी कोतवाली थाने में सैनी सोरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि सितंबर 2018 में आरोपी जयराम सलाम, उमेश कुमार मंडावी, जैत राम नेताम ने उनकी बेटी को मजदूरी करवाने की बात कह कर अन्य राज्य में भेज दिया। और वहां बंधक बनाकर उनसे काम लिया जा रहा है इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस युवती के साथ अन्य बंधकों को भी छुड़ाया। इसी प्रकार माकड़ी क्षेत्र में अन्य राज्यों में ले जाए जा रहे पांच ग्रामीणों को फरसगांव से 15 ग्रामीणों को छुड़ाया।

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