भोपाल
प्रदेश में महिला अपराधों के मामले में तत्परता से कार्रवाई के लिए पुलिस को अलग से विवेचना के लिए टीम चाहिए। हर जिले में करीब 50 पुलिस अफसर और कर्मियों की टीम बनाई जाएगी। इस संबंध में एक प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय की महिला शाखा ने शासन को भेजा है। हालांकि प्रस्ताव को लेकर अभी शासन ने कोई निर्णय नहीं लिया है।
प्रदेश में हर साल तेजी से बढ़ते महिलाओं के प्रति अपराधों की विवेचना पुख्ता तरीके से करवाने के लिए अलग से विवेचना टीम बनाने का प्लान बनाया है। यह टीम हर जिले में पदस्थ रहेगी। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय की महिला शाखा ने एक प्रस्ताव शासन को भेजा है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि महिलाओं से संबंधित अपराधों की जांच अभी थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी और अफसर करते हैं। जिससे अधिकांश मामलों में जांच तेजी से नहीं हो पाती। महिला को न्याय मिलने में भी परेशानी होती है। इससे बचने के लिए प्रदेश के हर जिले में महिला अपराधों की विवेचना के लिए एक अलग से टीम बनाई जाए। हर जिले में इस टीम में करीब 50 पुलिसकर्मी और अफसर हो। इसके लिए अलग से करीब ढाई हजार के पुलिस बल की जरुरत पड़ेगी। इस बल को महिला अपराधों की जांच के हर गुर को बताने के लिए समय समय पर ट्रैनिंग भी दी जाती रहेगी।
यह व्यवस्था लागू होने पर स्थानीय थाने में महिला की शिकायत पर प्रकरण दर्ज होने के बाद डायरी को जिले की विशेष विवेचना टीम को भेजा जाएगा। यह टीम महिला के घर जाकर या घटना स्थल जाकर हर एंगल पर तत्काल जांच शुरू करेगी।