जयपुर
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार में उठापटक के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार अब मंत्रिमंडल में फेरबदल की कवायद में जुट गई है. सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात के बाद फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं.
इन अटकलों को हवा मिलने की वजह ये भी है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने अगले 3 दिनों तक के अपने सार्वजनिक कार्यक्रम टाल दिए हैं. गौरतलब है कि गहलोत मंत्रिमंडल में 5 जगह और खाली है. इसके अलावा कई मंत्रियों के परफॉर्मेंस को लेकर चर्चा होती रही है.
पायलट खेमे के मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे झगड़े के बीच मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबर की वजह से कांग्रेस में अटकलों का बाजार गर्म है. कुछ लोग कह रहे हैं कि सचिन पायलट के खेमे के कुछ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है और सीएम से नाराज कुछ विधायकों की सरकार में एंट्री हो सकती है.
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मंत्रिमंडल में फेरबदल की बातों को कांग्रेस विधायकों की नाराजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है. ये भी कहा जा रहा है कि हो सकता है कि मध्य प्रदेश की तर्ज पर कांग्रेस के विधायकों के विरोध को रोकने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल फेरबदल की चाल चली हो.
राजस्थान कांग्रेस के महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि अभी इस पर कोई बात नहीं हुई है. हालांकि मंत्रिमंडल में फेरबदल का अधिकार मुख्यमंत्री को होता है. ऐसे में कांग्रेस आलाकमान से बातचीत के बाद अशोक गहलोत फैसला ले सकते हैं.
ये नेता बना रहे हैं दबाव
माना जा रहा है कि कांग्रेस के पुराने नेता दीपेंद्र सिंह शेखावत, संयम लोढ़ा, बाबूलाल नागर, महादेव खंडेला और रामलाल जाट सरकार में शामिल होने के लिए दबाव बना रहे हैं. हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खुश करने के लिए महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि मार्च के आखिरी तक प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां हो जाएंगी.