भोपाल
मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री बीएस राठौड़ ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया गया था। उन्होंने साथ ही कहा कि राज्य में सीएम कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल जरूर पूरा करेगी और आगे भी सत्ता में आएगी।
राठौर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'अगर कोई विपक्ष में है, तो मुझे नहीं लगता कि उन्हें बेचैन होना चाहिए। वे (बीजेपी) डरे हुए हैं कि जिस तरह से हमने लड़कियों के लिए शादी, विधवा पेंशन और विकलांगता पेंशन स्कीम के तहत राशि दोगुनी की है, कृषि ऋण माफ कर दिया और विकास के रोडमैप के साथ काम कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'सरकार को अस्थिर करने का असफल प्रयास किया जा रहा है लेकिन कांग्रेस की एमपी में सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल को पूरा करेगी और आने वाले भविष्य में भी यही रहेगी।'
बता दें कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में कमलनाथ, दिग्विजय और सिंधिया के तीन गुट अहम हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंधिया, गुना लोकसभा की अपनी परम्परागत सीट से और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा सीट से हार गए थे जिसके बाद से सिंधिया समर्थक मुख्यमंत्री कमलनाथ की जगह सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। इस साल अप्रैल में खाली होने वाली प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 26 मार्च को होना है। फिलहाल इन तीन सीटों पर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह, बीजेपी से सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा सांसद हैं। सिंधिया समर्थक अब सिंधिया को राज्यसभा में भेजे जाने की मांग कर रहे हैं।
राज्य में यह राजनीतिक उठापटक मंगलवार देर रात तब शुरू हुई जब कांग्रेस ने दावा किया कि विपक्षी दल बीजेपी ने प्रदेश सरकार को गिराने के लिए आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में रखा है। मंगलवार देर रात को ही प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री दिल्ली पहुंचे और बुधवार दोपहर छह विधायकों को 'बचाकर' विशेष विमान से वापस भोपाल लाने का दावा किया गया। कांग्रेस के तीन और एक निर्दलीय विधायक अब भी शहर में नहीं हैं और उनके बेंगलुरु में होने की सूचना है।