प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर
मकर संक्रांति का पर्व बुधवार को श्रद्धा, उल्लास और पंरपरा के अनुसार मनाया जा रहा है। इस खास अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं तड़के सुबह से ही गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जन की कामना की। कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज में लाखों गंगा स्नान के लिए सुबह से ही पहुंच गए। घाटों में उन्होंने पूजा की और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, प्रयागराज में प्रशासन का दावा है कि आज लाखों श्रद्धालुओं संगम में स्नान करेंगे।
प्रयागराज में माघ मेला के दूसरे स्नान पर्व का पुण्यकाल सुबह से शुरू होकर सूर्यास्त तक रहेगा। ऐसे में दिनभर स्नान-दान का शुभ मुहूर्त रहेगा और श्रद्धालु दिनभर संगम स्नान कर सकते हैं। मेला प्रशासन की ओर से संगम नोज पर डुबकी लगाने के लिए पांच किमी लंबाई में 20 स्नान घाट बनाए गए हैं। घाटों पर फिसलन न हो इसके लिए पुआल बिछाया गया है। स्नान पर्व से एकदिन पहले मेला क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ाई गई है और नए एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने शाम को पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया।
10 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी
रेलवे ने श्रद्धालुओं को वापस ले जाने के लिए 10 स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी है। मंगलवार शाम को इलाहाबाद जंक्शन में सिविल लाइंस की तरफ से प्रवेश रोक दिया गया। सुबह से रोडवेज की बसें अस्थायी स्थानों से चलेंगी। रोडवेज प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए बसें भी आरक्षित रखी हैं।
सुबह से शुरू होगा पुण्यकाल
मकर संक्रांति पर सुबह सूर्योदय से शाम सूर्यास्त तक स्नान दान का पुण्यकाल होगा। सुबह 7:54 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन शोभन योग, स्थिर योग के साथ गुरु और मंगल स्वराशि में रहेंगे। साथ ही बुधादित्य योग फलदायी रहेगा।