भोपाल
प्रदेश सरकार के मंत्रियों, विधायकों और नेताओं की जमीन पर पकड़ की जानकारी जुटाने के लिए एआईसीसी ने हर जिले में समन्वयक को मैदान में उतार दिया है। ये संगठन को लेकर जिलों में समन्वय करने के साथ ही जिले के नेताओं की गुपचुप रूप से पूरी कुंडली खंगाल रहे हैं। इसकी पूरी रिपोर्ट एआईसीसी तक भेजी जाएगी। इस रिपोर्ट के अनुरूप लोगों को सरकार में पद और जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी और पार्टी के लिए आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस अपने नेताओं की वास्तविक जमीनी पकड़ का पता लगाने के लिए 50 से ज्यादा समन्वयकों को मैदान में उतारा है। ये समन्वयक राज्य सरकार की योजनाओं के जमीनी असर की वास्तविकता का पता करने के साथ ही कांग्रेस के प्रति लोगों के नजरिए को भी करीब से जानेंगे। इतना ही नहीं समन्वयकों को यह भी जिम्मेदारी दी गई है कि वे जिले के मंत्री और विधायकों के साथ ही जिला अध्यक्ष और पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की जमीनी पकड़ को लेकर भी वास्तविकता पता करें।
निगम, मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति होनी है। दावेदार बड़ी संख्या में हैं, उनमें कई ऐसे हैं, जो पाला बदलकर आए हैं। समन्वयक पार्टी के नेताओं से संवाद और संपर्क में तो हैं ही, साथ में निचले स्तर के कार्यकर्ताओंसे भी वे बात कर रहे हैं। आम लोगों से भी बातचीत करने का उनसे कहा गया है।