भोपाल
राजधानी भोपाल में अब सीआईडी अफसर के नाम पर लूटपाट हो गयी. खुद को सीआईडी अफसर बताकर तीन बदमाशों ने लूटपाट की इस वारदात को अंजाम दिया.इस गैंग में एक युवती शामिल है, उसी ने युवकों को झांसा देकर अपने फ्लैट में बुलाया था. पुलिस ने गैंग के खिलाफ दर्ज कर आरोपी युवती को हिरासत में ले लिया है.
भोपाल में अब बदमाश सीआईडी अफसर बनकर लोगों को निशाना बना रहे हैं. ये मामला अयोध्या नगर थाना क्षेत्र की है.पुलिस के अनुसार सीआईडी पुलिस बनकर तीन आरोपियों ने श्यामपुर सीहोर के रहने वाले किसान और उसके दोस्तों से 83 हजार रुपए लूट लिए.घटना 26 दिसंबर शाम पांच बजे की है.इस घटना बाद युवक इतने डर गए थे कि उन्होंने पुलिस में शिकायत नहीं की. दरअसल वो आरोपियों को सीआईडी अफसर ही समझ बैठे. घर पहुंचने पर परिवार ने जब पैसों के बारे में पूछा, तो उन्होंने घटना की जानकारी दी. परिवार ने जब सीआईडी (CID) अफसरों के बारे में पूछताछ की, तो उन्हें शक हुआ.इसके बाद परिवार ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.
फ्लैट में बुलाकर लूटपाट
एएसपी संजय साहू ने बताया कि लूट के मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.जल्द ही इस गैंग का ख़ुलासा कर दिया जाएगा. श्यामपुर सीहोर के रहने वाले विष्णु मीणा किसान है. वो 26 दिसंबर को अपने दो दोस्तों हेम सिंह और मोहित दांगी के साथ कार में नए टायर डलवाने के लिए भोपाल आया था.पुलिस ने बताया कि विष्णु के एक दोस्त ने निशातपुरा में रहने वाली अपनी एक परिचित युवती को मोबाइल पर कॉल किया. युवती ने तीनों युवकों को देवलोक अस्पताल के पास नरेला जोड़ स्थित एक किराए के फ्लैट में बुलाया.तीनों जैसे ही फ्लैट पर पहुंचे तो युवती चाय बनाने का झांसा देकर कमरे से बाहर चली गई.उसी दौरान तीन अजनबी युवक कमरे में पहुंचे.तीनों युवक खुद को सीआईडी अधिकारी बता रहे थे.उन्होंने बंदूक निकाली और विष्णु और उसके दोस्तों पर तान दी.आरोपियों ने उनसे 80 हजार रुपए लूट लिए और तीन हजार रुपए ऑनलाइन मोबाइल से ट्रांसफर करवाए.
युवती गिरफ्तार
पता चला है कि गैंग में शामिल युवती पहले युवकों को अपने जाल में फंसाती है.उन्हें अकेले में फ्लैट में बुलाती है. उसके बाद प्लानिंग के तहत उसके तीनों साथी वहां आते हैं और फिर लूटपाट करते हैं. यह आरोपी खुद को पुलिस, सीआईडी अधिकारी बताकर लोगों से लूटपाट करते हैं.किसान विष्णु मीणा के साथ भी इसी तरह से घटना को अंजाम दिया गया. घर लौटने पर जब कार में नए टायर नहीं दिखे, तो विष्णु के परिवार ने उनसे पैसों के बारे में पूछताछ की.पुलिस ने आरोपी युवती के मोबाइल फोन नंबर के जरिए उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी युवती के एक साथी का नाम योगेंद्र है.पुलिस अब दूसरी वारदातों के बारे में आरोपियों से पूछताछ कर रही है.