भोपाल
भोपाल को-ऑपरेटिव सेंट्रल बैंक के तत्कालीन प्रबंध संचालक रमाशंकर विश्वकर्मा, ब्रांच मैनेजर अनिल भार्गव और सुभाष शर्मा को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार कर लिया है। पिछले महीने ईओडब्ल्यू ने आरोपियों के खिलाफ 111.27 करोड़ की आर्थिक अनियमितता का मामला दर्ज किया था। आरोप है कि प्रबंध संचालक एवं ब्रांच मैनेजर ने वर्ष 2018 के दौरान नियम विरुद्ध तरीके से आईएलएंडएफएस की सहयोगी कंपनियों आईटीएनएल तथा आईटीईएस कंपनी निवेश करके बैंक को नुकसान पहुंचाया है।
भोपाल को-ऑपरेटिव सेंट्रल बैंक की भोपाल जिले में 24 ब्रांच हैं। बैंक अपनी बचत पूंजी को लाभ के लिए अन्य कंपनियों में निवेश करता है। वर्ष 2018 में प्रबंध संचालक विश्वकर्मा द्वारा आईएलएंडएफएस द्वारा जारी किए गए कामर्शियल पेपर में बैंक के नियम विरुद्ध निवेश किया गया, जिससे बैंक की अदायगी 111.27 करोड़ जोखिम में पड़ गई। आईएलएंडएफएस कंपनी, मुंबई के संचालक मंडल के खिलाफ ईडी द्वारा एफआईआर दर्ज कर अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। उधर सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने विधानसभा में बताया कि जांच समिति ने विश्वकर्मा, शर्मा व भार्गव को दोषी माना है। इन्हें सस्पेंड कर विभागीय जांच बैठाई गई है।
स्मॉल स्केल बैंकों में भी किया 500 करोड़ का निवेश
ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद बुधवार को विश्वकर्मा, भार्गव और शर्मा को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ कि वर्ष 2018 में ही इनके द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से स्माॅल स्केल बैंकों में 500 करोड़ का निवेश किया गया। इस संबंध में भी ईओडब्ल्यू द्वारा जांच की जा रही है।