मेला देखने उमड़ रही भारी भीड़, सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
भेल. राजाभोज की नगरी भोपाल के भेल दशहरा मैदान में चल रहे भोजपाल महोत्सव मेले में इन दिनों काफी भीड़ उमड़ रही है। शनिवार और रविवार को भीड़ और ज्यादा बढ़ जाती है। मेला आयोजक भेल जनसेवा समिति द्वारा मेले में चाकचौबंद व्यवस्था की गई है। मेला अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि मेला समिति के वालेंटियर के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में प्राइवेट सिक्योरिटी और पुलिस बल का विशेष सहयोग लोगों को मिल रहा है।
पूरे मेला परिसर में चप्पे-चप्पे पर सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिससे मेले में आने वाले लोगों की हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही यहां पार्किंग की बेहतर व्यवस्था की गई है। 31 दिसम्बर तक चलने वाले इस मेले में राजधानी भोपाल सहित आसपास के क्षेत्रों से करीब 12 से 15 लाख लोग शिरकत करते हैं।
नार्थ इस्ट की कल्चरल थीम पर बनाया जा रहा मंच
भोजपाल महोत्सव मेले में 60 बाय 80 फीट का मंच बनाया गया है। यह नागालैंड, मणिपुर और सिक्किम राज्य के ट्रइबल कलाकारों के रहन सहन, वेश भूषा, नृत्य गान आदि की थीम पर बनाया गया है। मंच पर जनजातीय कलाकरों के आवास (झोपड़ी) उनके पहनने वाले डे्रेस पर उकेरी जाने वाली कलाकृतियों के छबि से मंच को भव्य रूप दिया जा रहा है। गोपाल बेतावार प्रोग्राम ऑफिसर विजुअल आर्ट साउथ सेंट्रल जोन कल्चरण सेंट्रल नागपुर ने बताया कि थर्माकॉल और फोम से मंच की साज-सज्जा की गई है।
मंच पर बनाई जाने वाली ट्राइबल झोपड़ी के ऊपर आसाम में मंदिरों के गुंजब की तर्ज पर उसका शिखर बनाया गया है। मंदिर के भीतर की कलाकृतियोंं को गेटों पर लगाया गया है। यहां के कलाकारों के वाद्य यंत्रों की कलाकृतियों का उपयोग किया गया है। सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में बेहतर खेती होने के उपलक्ष्य में उत्सव के दौरान लगाए जाने वाले तोरण मुख्य मंच के पीछे लगाया गया है। यह मंच सेंट्रल इंडिया, नार्थ, इस्ट की थीम पर बनायाा गया है।
इस मंच को 8 दिनों में 20 कारीगरों की रात-दिन की मेहनत से तैयार किया गया है। यहां 17 दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक 8 राज्यों के 16 गु्रपों के करीब 250 कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इसमें अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, सिक्किम, मेघालय, दीमापुर और उड़ीसा के कालकार होंगे।