पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के मनीग्राम गांव में साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजना है
भोपाल. भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने पश्चिम बंगाल में 660 मेगावाट की सगरडीघी सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना में कार्यों की शुरुआत की है। भेल को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के मनीग्राम गांव में साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजना है। सागरडीघी थर्मल पावर प्रोजेक्ट एक्सटेंशन यूनिट -5 के लिए कड़ी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा (आईसीबी) के तहत यह आदेश भेल को पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) द्वारा प्राप्त हुआ है।
भेल के इस प्रोजेक्ट कार्य के दायरे में डिजाइन, इंजीनियरिंग, निर्माण, आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण और मेन प्लांट टर्नकी पैकेज का कमीशन शामिल है। इसमें सहायक बायलर और टरबाइन जनरेटर के साथ-साथ अपने सहायक, विद्युत, नियंत्रण और इंस्ट्रूमेंटेशन, स्विचयार्ड, ग्रिप गैस डीसल्फराइजेशन शामिल हैं ।
(एफजीडी) और सेलेक्टिव कैटेलिटिक रिडक्शन (एससीआर) सिस्टम, कोल हैंडलिंग प्लांट और ऐश हैंडलिंग प्लांट। परियोजना के लिए मुख्य उपकरण भेल के त्रिची, हरिद्वार, भोपाल, रानीपेट, हैदराबाद, झांसी, तिरुमायम और बेंगलुरु संयंत्रों में निर्मित किए जाएंगे। जबकि कंपनी का पावर सेक्टर-पूर्वी क्षेत्र विभाजन साइट पर निर्माण और स्थापना गतिविधियों के लिए जिम्मेदार होगा।
सागरदीघी थर्मल पावर स्टेशन पहले से ही वर्ष 2016 में भेल द्वारा स्थापित 500 मेगावाट के 2 सेटों से सुसज्जित है। गौरतलब है कि भेल ने अब तक डब्ल्यूबीपीडीसीएल की कुल कोयला-आधारित उत्पादन क्षमता का 80 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है। सागरेल्घी के अलावा भेल ने डब्ल्यूबीपीडीसीएल के लिए बकेस्वर (5 गुणा 210 मेंगावॉट), कोलाघाट टीपीएस (6 गुणा 210 मेंगावॉट), बंडेल टीपीएस (1 गुणा 210 मेंगवॉट) और संतालडीह टीपीएस (4 गुण 120 मेंगावॉट + 2 गुणा 250 मेंगावॉट) में परियोजनाओं को क्रियान्वित किया है। भेल-स्थापित इकाइयां सफलता पूर्वक चल रही हैं, जो पश्चिम बंगाल राज्य में बिजली उत्पादन की रीढ़ है।
बता दें कि बीएचईएल भारत का सबसे बड़ा बिजली उत्पादन उपकरणों का निर्माता है, जिसके वैश्विक स्तर पर 1,90,000 मेगावाट से अधिक बिजली संयंत्र उपकरण स्थापित हैं। भेल ने सुपरक्रिटिकल बॉयलरों के 58 सेट और सुपरक्रिटिकल टरबाइन जनरेटर के 53 सेटों का अनुबंध किया है, जो विभिन्न ग्राहकों द्वारा घरेलू और विदेशी बाजारों में इस पर ऑर्डर किया गया है। सुपरक्रिटिकल सेगमेंट में भेल ने 660 मेगावाट, 700 मेगावाट और 800 मेगावाट के सेट का सफलता पूर्वक निर्माण और क्रियान्वयन किया है, जिससे इसकी नेतृत्व स्थिति और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन होता है।