भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के अवसर इंटक कार्यालय के बुद्ध सभागार में किया सत्याग्रह
भोपाल. हेम्टू इंटक यूनियन द्वारा 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के अवसर पर संयुक्त ट्रेड यूनियन के आह्वान पर बीएचइएल सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बचाने एवं भेल भोपाल के कर्मियों की ज्वलंत समस्याओं के निराकरण के लिए इंटक कार्यालय के बुद्ध सभागार में सत्याग्रह किया गया।
सत्याग्रह में हेम्टू इंटक के अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी ने कहा कि समस्त भेल कर्मियों को एकजुट कर बीएचइएल बचाओ आंदोलन पूरी ताकत और शक्ति के साथ किया जाएगा। सत्याग्रह के अवसर पर त्रिपाठी ने कहा कि भारत सरकार के तत्कालीन अध्यादेश से भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स पर आर्थिक हमला किया गया है। बीएचइएल के समस्त आर्थिक अधिकार एवं वित्तीय सुविधाएं वित्त मंत्रालय के आधीन समाहित कर दी गई हैं। बीएचइएल के उच्च प्रबंधन को इस सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी देनी चाहिए थी।
भारत सरकार के तत्कालीन अध्यादेश से भेल सहित अन्य भारी उद्योग के कारखानों की कार्य पद्धति वित्त मंत्रालय में मर्ज हो गयी है, जिसके दुष्परिणाम अब दिखने लगे हैं। भेल भोपाल के कर्मियों की शिक्षा, स्वास्थ, कैंटीन सभी प्रकार की सब्सिडी बंद की जा रही है। बीएचइएल के उच्च प्रबंधन को शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन एवं टाउनशिप के रखरखाव में भेल के प्रत्येक यूनिट मुख्य रूप से त्रिचनापल्ली, हैदराबाद, हरिद्वार एवं भोपाल में होने वाले व्यय में एकरूपता लाया जाना चाहिए।
भेल भोपाल के कस्तूरबा अस्पताल में बीएचइएल का वित्त मंत्रालय में मर्ज होने के बाद भारी अनियमितताएं हो रही हैं। आज कस्तूरबा अस्पताल में सस्ती दवाइयों का भी आभाव हो गया है। फाइनेंस विभाग अकर्मण्य सा हो गया है। सत्याग्रह के माध्यम से कहा गया कि कस्तूरबा अस्पताल की व्यस्थाओं को तुरंत ठीक किया जाए।
त्रिपाठी ने कहा कि भेल कर्मियों की ज्वलंत समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाए। मुख्य रूप से हरिद्वार पैर्टन पर बीएचइएल की जमीन में उद्योग लगाए जाएं और कर्मचारियों के मकान के लिए जगह आवंटित की जाए। इंटक इस उदेश्य को पूरा कराने के लिए पूर्णतय: प्रतिबद्ध एवं कटिबन्ध है।
इन्सेंटिव स्कीम का शीघ्र भुगतान प्रारम्भ किया जाए। एक करोड़ रुपए का टर्म इन्श्योरेन्स पॉलिसी को शीघ्र अमल में लाया जाय। एसआइपी एवं पीपी बोनस का भुगतान किया जाए। भेल टाउनशिप का नवीनीकरण किया जाए। सत्याग्रह में इंटक अध्यक्ष आर डी त्रिपाठी ने कहा कि भेल को बचाने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो भेल के फाउंड्री गेट से राज्यपाल भवन तक मार्च किया जाएगा।
इस अवसर पर इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गौतम मोरे प्रदेश इंटक के महामंत्री रामराज तिवारी, कोषाध्यक्ष राजेश शुक्ला, युथ इंटक प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश तिवारी, रामलिंगम, बाबू सिंह, मीडिया प्रभारी सी आर नामदेव, उपाध्यक्ष सुनील महाले, फजल खान, इकबाल खान, टी आर बाटक्या, संतोष सिंह, तपन सरकार, शिवलाल पटेल, प्रदीप मालवीय, रणजीत चंद्रावत, सतेंद्र शर्मा, सुशील सपकाल, सुरेश मेहरा, बुधमान सिन्हा मदन मोहन पाण्डेय, तरुनेंद्र तिवारी, राजदीप रामलाल मेहरा सचिन सामरिया, बृजनंदन सिंह आदि सैकड़ों कर्मचारी मौजूद थे।