भेल युद्धपोतों की भविष्य की जरूरत को पूरा करने के लिए इन गन्स के उन्नत संस्करण के साथ उन्नत रेंज पर भी काम कर रहा है
भोपाल. भारतीय नौसेना ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) को ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने और रक्षा उपकरणों के महत्वपूर्ण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए एक आदेश दिया है। जो भारतीय नौसेना के सभी युद्धपोतों के लिए मानकीकृत दो नंबर सुपर रैपिड गन माउंट (एसआरजीएम) की आपूर्ति करेगा।
भेल ने इन गन्स का स्वदेशीकरण किया है, जो इन गन्स के उत्पादन, स्थापना, कमीशनिंग के लिए हेवी इलेक्ट्रिकल उपकरण प्लांट हरिद्वार में समर्पित, जटिल विनिर्माण और निरीक्षण सुविधाओं की स्थापना की है। सभी प्रमुख युद्धपोतों के लिए भारतीय नौसेना द्वारा इन गन्स के मानकीकरण के परिणाम स्वरूप लागत का अनुकूलन, विशेषज्ञता और आत्मनिर्भरता का समेकन हुआ है। भेल युद्धपोतों की भविष्य की जरूरत को पूरा करने के लिए इन गन्स के उन्नत संस्करण के साथ उन्नत रेंज पर भी काम कर रहा है।
बीएचईएल पिछले तीन दशक से रक्षा और एयरोस्पेस के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपकरणों और सेवाओं का विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता है। इसके लिए रक्षा उपकरणों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा योगदान देने के उद्देश्य से विशेष विनिर्माण सुविधाओं और क्षमताओं को पहले ही स्थापित किया जा चुका है। इसके लिए जो पहल की गई है, वह भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक प्रेरणा होगी।
भेल थर्मल पावर सेक्टर के अलावा भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों के लिए उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। गैर-कोयला आधारित व्यापार के विकास पर ध्यान देने के साथ ही कंपनी परिवहन, ट्रांसमिशन, नवीकरण, ऊर्जा भंडारण प्रणाली और ई-गतिशीलता, जल प्रबंधन, रक्षा और एयरोस्पेस, कैप्टिव पावर जनरेशन और मैकेनिकल तथा इलेक्ट्रिकल औद्योगिक उत्पादों के लिए व्यापक समाधान प्रदान करती है।