ब्रेस्ट के नीचे अक्सर महिलाओं को रैशेज की समस्या हो जाती है। इसके पीछे कई कारण होते हैं जैसे वायर वाली ब्रा ज्यादा पहनना, ब्रा का ज्यादा टाइट होना, पसीना, फंगल इंफेक्शन आदि। रैश होने पर ब्रा पहनने में तो दिक्कत होती है साथ ही में इससे होने वाली जलन या खुजली रोजमर्रा के काम पर भी असर डालने लगती है। अगर आपका कभी इस परेशानी से सामना हो तो कुछ घरेलू उपाय काफी काम आ सकते हैं।
ऐलोवेरा जेल
ऐलोवेरा जेल रैशज या जलन की समस्या में तुरंत राहत देता है। चाहे तो आप इस जेल को बाजार से खरीद सकती हैं या फिर अगर आपके घर में ऐलोवेरा है तो उसे दो हिस्सों में काटकर स्पून से जेल निकालते हुए उसे प्रभावित हिस्से पर लगा सकती हैं। जेल को एक घंटा रखें और फिर साफ कर लें। ऐसा करने पर आपको तुरंत राहत महसूस होगी।
हल्दी
हल्दी के गुणकारी तत्व रैशेज और इससे होने वाली अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। एक बोल में दो टेबलस्पून चम्मच हल्दी लें और इसमें एक टेबलस्पून गुलाब जल मिलाएं। इस पेस्ट को रैशेज वाले हिस्से पर लगाएं और उस पर कोई कपड़ा या पट्टी बांध लें। रातभर इसे लगे रहने दें और सुबह धो लें।
आइस पैक
रैशेज में होने वाली जलन से आइस पैक के जरिए तुरंत राहत पाई जा सकती है। एक कपड़े में चार आइस क्यूब्स लें और उसे प्रभावित हिस्से पर रखें। यह तरीका न सिर्फ जलन की समस्या बल्कि रैश के आकार को भी छोटा कर देगा।
शहद
शहद में ऐंटी-इन्फ्लमेशन और ऐंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो रैशेज की समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए एक बोल में तीन टेबलस्पून शहद लें और उसमें दो टेबलस्पून गुलाबजल मिलाएं। इस मिक्स को हल्के हाथ से रैशेज पर लगाएं और एक घंटे बाद गीले कपड़े से मिक्स को साफ कर लें।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में ऐंटी-फंगल और ऐंटी-ऑक्सिडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं जिससे फंगल इंफेक्शन को दूर करने में मदद मिलती है। अगर रैश का कारण पसीन या इंफेक्शन है तो ग्रीन टी बैग को ठंडे पानी में डुबाएं और फिर पानी निकालते हुए बैग को रैशेज पर रखें। दो ही दिन में आपकी रैशेज वाले हिस्से पर बहुत राहत महसूस होगी।