भोपाल
राजधानी भोपाल में रानी कमलापति आर्च ब्रिज का लोकार्पण नहीं करने को लेकर महापौर आलोक शर्मा , नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, जिला अध्यक्ष विकास वीरानी समेत बीजेपी के कई पार्षद धरने पर बैठ गए हैं. दूसरी तरफ इस धरने के खिलाफ कांग्रेस भी मैदान में उतर आई है. कांग्रेस ने आलोक शर्मा के सामने ही उनका पुतला दहन कर दिया. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ब्रिज को गलत जगह से निकाल रही है, इससे कई लोगों के मकान और दुकान गिराने पड़ेंगे.
प्रदेश सरकार को 3 दिनों का अल्टीमेटम
महापौर आलोक शर्मा ने सरकार को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है. न्यूज 18 से बातचीत करते हुए आलोक शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने जनता की सुविधा और ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए इस ब्रिज को बनाने का फैसला किया था. इस ब्रिज का लोकार्पण जुलाई 2019 में हो जाना था, लेकिन कमलनाथ सरकार विकास कार्यों में रुकावट पैदा कर रही है. विभाग के मंत्री से भी मुलाकात की गई, लेकिन कोई जबाव नहीं मिला. मंत्री पीसी शर्मा को लोकार्पण के लिए आने के लिए कहा गया, लेकिन उनका समय नहीं मिला.
मेयर ने लगाया आरोप
आलोक शर्मा का आरोप है कि कांग्रेस नहीं चाहती कि भोपाल में विकास कार्य हो. नगर निगम के कमिश्नर और अधिकारी भी कांग्रेस के दबाव में काम करते हुए हमारी और बीजेपी नेताओं की सुन नहीं रहे हैं. उन्होंने सरकार को 3 दिनों का अल्टीमेटम दिया है. उनका कहना है कि यदि तीन दिनों के अंदर सरकार की तरफ से लोकार्पण नहीं किया गया, तो वह खुद बीजेपी नेताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर ब्रिज का लोकार्पण कर देंगे. आलोक शर्मा ने कहा कि ब्रिज का लगभग पूरा निर्माण हो गया है.
कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शनजिस आर्च ब्रिज पर महापौर आलोक शर्मा धरने पर बैठे हैं. कांग्रेस ने उसी धरना स्थल के ठीक सामने आलोक शर्मा का पुतला जलाया. स्थानीय कांग्रेस पार्षद शबिस्ता जकी ने समर्थकों के साथ मिलकर महापौर के खिलाफ नारेबाजी भी की. उनका का आरोप है कि बीजेपी ने ब्रिज का डिजाइन गलत बनाया है. ब्रिज की वजह से कई लोग बेघर हो रहे हैं, इसलिए इस ब्रिज को मलेरिया ऑफिस या फिर पार्क से होकर निकाला जाए. शबिस्ता ने कहा कि हम कोर्ट जाएंगे और सीएम कमलनाथ से मिलकर महापौर की शिकायत करेंगे.
ये है आर्च ब्रिज का विवाद
कमला पार्क मार्ग में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव के मद्देनजर आर्च ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया था. इस आर्च ब्रिज को गिन्नौरी बगिया मार्ग से शुरू किया गया और इसे कमला पार्क मजार के पास निकाला जा रहा है. बीजेपी कांग्रेस सरकार पर लोकार्पण नहीं करने का आरोप लगा रही है, तो वहीं कांग्रेस के नेताओं का विरोध कमला पार्क मजार पर ब्रिज के रास्ते को लेकर है. स्थानीय कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मजार के पास से नहीं बल्कि ब्रिज को मलेरिया ऑफिस के पास से या फिर पार्क के ऊपर से निकाला जाए. ऐसा करने से लोगों की न ही दुकानें तोड़नी पड़ेंगी और न ही मकान गिराने पड़ेंगे. बीजेपी तय नक्शे के तहत ब्रिज का लोकार्पण करना चाहती है.