पटना
जल-जीवन-हरियाली, बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर पूरे बिहार में 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाया जाएगा. इस बार तकरीबन 16,200 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर बिहार सरकार एक विश्व रिकॉर्ड स्थापित करना चाहती है. बिहार सरकार के इस महत्वाकांक्षी मानव श्रृंखला को बीजेपी ने भी अपना समर्थन दिया है.
वहीं दूसरी तरफ मानव श्रृंखला की वजह से महागठबंधन में दरार पड़ गई है. महागठबंधन की मुख्य पार्टी आरजेडी के विधायक फराज फातमी ने मानव श्रृंखला का समर्थन किया है और 19 जनवरी को इसमें शामिल होने की बात कही है.
फराज फातमी आरजेडी के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अशरफ अली फातमी के बेटे हैं. उन्होंने कहा, 'जल-जीवन-हरियाली और दहेज और बाल विवाह के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाना एक समाजिक काम है और इसमें सबको शिरकत करनी चाहिए. नीतीश कुमार ने एक अच्छी शुरुआत की है और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी पार्टियों को इसमें शामिल होना चाहिए. मैं पूरी तरीके से मानव श्रृंखला का समर्थन करता हूं.'
बता दें, फराज फातमी ने इस बार मकर संक्रांति के मौके पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह द्वारा आयोजित चूड़ा-दही के दावत में भी शिरकत की थी. जिसके बाद काफी राजनीतिक हंगामा भी हुआ.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस विधानमंडल के नेता सदानंद सिंह ने भी मानव श्रृंखला का समर्थन किया है. सदानंद सिंह ने कहा है कि मानव श्रृंखला, समाज में फैली कुरीतियों का सांकेतिक विरोध है और इस अभियान का स्वागत करना चाहिए.
हालांकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने मानव श्रृंखला का विरोध किया है. ऐसे में महागठबंधन की दो प्रमुख पार्टियों के अंदर ही मानव-श्रृंखला को लेकर फूट पड़ गई है.