औरंगाबाद
बिहार में बिजली के क्षेत्र में 41000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह घोषणा शुक्रवार को केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने औरंगाबाद जिले के नवीनगर में सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की पहली यूनिट का उद्घाटन करते हुए की।
इस यूनिट से कमर्शियल बिजली का संचरण शुरू हो गया। 660 मेगावाट की पहली यूनिट का शुभारंभ हुआ है। इससे 517 मेगावाट बिजली बिहार को मिलेगी। आरके सिंह ने कहा कि बिहार में बिजली के क्षेत्र में 35000 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है और आगे 41000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। पिछले तीन-चार सालों में सभी राज्यों में कुल 70 हजार करोड़ निवेश किए जा चुके हैं। इन पैसों से सब स्टेशन निर्माण, ट्रांसफार्मर लगाने, नए फीडर का निर्माण, बिजली सुदृढ़ीकरण सहित अन्य काम हुए हैं। सरकार का अगला लक्ष्य 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल से जुलाई महीने तक बिजली की मांग बढ़ जाती है। वर्तमान में 6.7 प्रतिशत बिजली की मांग बढ़ी है। इसका कारण ज्यादा लोगों तक बिजली की पहुंच सुनिश्चित होने से हुआ है। 16-17 राज्यों में मिलाकर दो करोड़ 64 लाख करोड़ से ज्यादा लोगों के बीच बिजली के नए कनेक्शन बांटे गए। लोगों को बिजली की सुविधा मिली तो उन्होंने टीवी, फ्रिज आदि की खरीद की और मांग बढ़ती चली गई। बिहार में भी बिजली की मांग बढ़ी है और आपूर्ति बढ़ाने का प्रयास हुआ है।
मंत्री-अफसर के आने पर ही कक्ष में चलेंगे एसी और पंखे
मंत्री हों, अफसर या अन्य कर्मी, इनके कक्ष में आने के बाद ही वहां के एसी, पंखे, बल्ब और टीवी चलेंगे। सीएम नीतीश कुमार की पहल पर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इसका निर्देश सभी विभागों को दिया है।