बिहार दारोगा भर्ती 2019: आयोग ने परीक्षा को लेकर लिया ये बड़ा फैसला

 पटना
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (बीपीएएससी) ने दारोगा, सर्जेंट और जेल अधीक्षक की भर्ती परीक्षा के लिए बड़ा फैसला किया है। पहली बार प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाओं के दौरान केन्द्रों पर जैमर लगाए जाएंगे। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पर प्रतिबंध रहेगा तथा शिक्षक भी सेंटर के अंदर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। दरअसल, प्रयोग के तौर पर पिछले रविवार को एक्साइज इंस्पेक्टर की मुख्य परीक्षा के लिए बनाए गए कॉलेज ऑफ कॉमर्स केन्द्र पर जैमर लगाए गए थे। इसकी सफलता को देखते हुए 2446 पदों के लिए होनी वाली परीक्षा के लिए आयोग जुट गया है। गौरतलब है कि पिछली बार आरा स्थित एक परीक्षा केन्द्र से पेपर गायब कर उसे वायरल कर दिया गया था। इस वजह से काफी हंगामा हुआ था।
 
एक समान लंबाई पर चल रहा विचार
सूत्रों की मानें तो सभी श्रेणी की महिला अभ्यर्थियों के लिए समान न्यूनतम लंबाई करने का प्रस्ताव है। अभी सिर्फ एससी-एसटी की महिला अभ्यर्थियों के लिए लंबाई 155 सेंटीमीटर किया गया है। हालांकि अभी इसकी अनुमति  नहीं मिली है। 

अब तक 70 हजार ने किया है आवेदन 
आवेदन की अंतिम तिथि 25 सितंबर है। अभी तक 70 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। आयोग का मनाना है कि यह संख्या पांच लाख से अधिक होगी। पिछली बार दारोगा के लिए 1717 पदों पर वैकेंसी निकाली गई थी, जिसमें साढ़े चार लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस बार पद ज्यादा होने से छात्रों की संख्या बढ़नी तय है। वहीं, पूर्व में आवेदन के लिए जो अर्हता तय की गई थी, उसमें स्नातक एक जनवरीस 2019 तक कर लेना था। मगर छात्रों की मांग पर इसे बढ़ाकर एक अगस्त, 2019 कर दिया गया है। 

अशोक कुमार (विशेष कार्य पदाधिकारी, बीपीएएससी) ने कहा- दारोगा भर्ती परीक्षा के सभी केन्द्रों पर जैमर लगाने पर विचार चल रहा है। महिला अभ्यर्थियों की लंबाई से संबंधित बदलाव का निर्देश सरकार स्तर से आएगा तो विज्ञप्ति जारी कर सूचना दी जाएगी। 

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