नई दिल्ली
भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशी सेना की ओर की गई फायरिंग में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया. इस मामले पर अब बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने बयान दिया है. बीजीबी का कहना है कि फायरिंग आत्मरक्षा के मद्देनजर की गई है.
फायरिंग पर बीजीबी ने कहा कि बीएसएफ के कुछ जवान सीमा पर एक भारतीय मछुआरे का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे. ध्यान दिया गया कि बीएसएफ के चार जवानों ने वर्दी पहन रखी थी, बाकी हाफ पैंट में थे. बीएसएफ जवानों के पास हथियार थे.
बीजीबी ने बताया कि बीएसएफ से कहा गया था कि यदि वे मछुआरों को वापस ले जाना चाहते हैं, तो उन्हें फ्लैग मीटिंग द्वारा औपचारिक रूप से वापस किया जाएगा.
पहले बीएसफ ने की फायरिंग!
बीजीबी गश्ती दल ने बताया कि ये अवैध रूप से बांग्लादेश आए थे. इसलिए आपको फ्लैग मीटिंग के जरिए सौंप दिया जाएगा. बीजीबी ने आगे बताया कि बीएसएफ जवानों को इसके बाद जाने दिया गया. लेकिन जब बीजीबी ने उन्हें रोका तो बीएसएफ ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद बीजीबी ने आत्मरक्षा में फायरिंग कर दी. बाद में जानकारी मिली कि एक जवान शहीद हो गया.
क्या है मामला?
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के काकमरीचार में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश की गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया. गुरुवार को हुई इस गोलीबारी में एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल है. इस फायरिंग से सुरक्षाबल और खुफिया एजेंसियां हैरत में हैं क्योंकि बीएसएफ और बीजीबी के बीद दशकों से एक गोली भी नहीं चली है.