लंदन
इंडियन प्रीमियर लीग में खेलना यूं तो हर खिलाड़ी का सपना होता है, खासकर ये देखते हुए कि यहां किए गए प्रदर्शन की बदौलत खिलाड़ियों को अपनी—अपनी राष्ट्रीय टीम में मौके मिलने के अवसर काफी बढ़ जाते हैं. हालांकि सीमित ओवर प्रारूप का एक तूफानी बल्लेबाज ऐसा भी है जिसने राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिए इंडियन प्रीमियर लीग के साल 2020 में होने वाले सीजन से खुद को अलग कर लिया है. दो साल से इंग्लैंड क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे लियाम लिविंगस्टोन अब आईपीएल से नाम वापस लेकर घरेलू क्रिकेट में चमक बिखेरने में जुट गए हैं.
इंग्लैंड के 26 साल के बल्लेबाज लियाम लिविंगस्टोन इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा थे. मगर इस सीजन में उन्होंने काउंटी क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए प्रयास करने का फैसला किया है. लियाम को राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2019 के लिए हुई खिलाड़ियों की नीलामी में अपने साथ जोड़ा था. इस टीम से अलग होने पर लियाम ने कहा, 'इस खेल के कई दिग्गज खिलाड़ियों के साथ समय बिताना बेहतरीन अनुभव था. मैंने उनसे काफी कुछ सीखा.' हालांकि अब लियाम टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.
138 गेंदों पर ठोक चुके हैं 350 रन
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए दो टी—20 मैच खेल चुके लियाम लिविंगस्टोन ने इंग्लैंड के लिए साल 2017 में डेब्यू किया था. हालांकि वह टीम में अपनी जगह पक्की करने में नाकाम रहे. लिविंगस्टोन की गिनती आक्रामक बल्लेबाजों में की जाती है. वह साल 2015 में तब दुनिया की नजरों में आए थे जब उन्होंने 50 ओवर के मुकाबले के दौरान एक क्लब की ओर से खेलते हुए महज 138 गेंदों पर 350 रन जड़ दिए थे.
राजस्थान रॉयल्स के लिए 4 मैचों में 148 के स्ट्राइक रेट से बनाए रन
लियाम लिविंगस्टोन ने आईपीएल (IPL) के पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए जो चार मैच खेले थे, उनमें 147.91 के जबरदस्त स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे. उन्होंने कहा, 'राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने का अनुभव बेहद शानदार था. वहां बिताए हर एक पल से मुझे प्यार है. हालांकि अब मैं इंग्लैंड की टेस्ट टीम में डेब्यू करना चाहता हूं और इसके लिए काउंटी क्रिकेट पर ध्यान दे रहा हूं. मैं घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन के जरिये चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. मुझे उम्मीद है कि मैं टेस्ट क्रिकेट खेल सकता हूं और इसके लिए मेरे पास काउंटी क्रिकेट ही एकमात्र रास्ता है.'