भोपाल
जनता के साथ सड़क पर उतरने वाले बयान के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) घिर गए हैं. सीएम कमलनाथ (kamal Nath) के जवाब के बाद अब दिग्विजय खेमे के मंत्री उन्हें नसीहत दे रहे हैं और बीजेपी नेता ने उन्हें संकट मोचन हनुमान की शरण में जाने की सलाह दे दी है. मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि वो वरिष्ठ नेता हैं, लिहाजा उन्हें कोई भी बात घर में बैठकर करनी चाहिए. जहां तक बात सड़कों पर उतरने की है तो इसकी जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी ने अब विपक्ष को दी है. सरकार में होने के नाते अब कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी जनता की समस्याओं को दूर करना है न कि सड़कों पर उतरने की.
गोविंद सिंह के सियासी तौर पर इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. ऐसा इसलिए भी क्योंकि वो दिग्विजय सिंह खेमे के मंत्री माने जाते हैं और ग्वालियर चंबल इलाके से ही आते हैं. इससे पहले अपने एक बयान में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि अगर कांग्रेस के वचन पत्र के वायदे पूरे नहीं हुए तो वो जनता के साथ सड़कों पर उतरेंगे. इसके जवाब में सीएम कमलनाथ ने कहा था कि अगर सिंधिया चाहें तो सड़क पर उतर सकते हैं.
एक तरफ जहां दिग्विजय सिंह खेमे के मंत्री डॉ गोविंद सिंह सिंधिया को दो टूक कह रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकार में सिंधिया समर्थक मंत्री उनके साथ खड़े हो गए हैं. सिंधिया खेमे की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा अगर सिंधिया जी सड़कों पर उतरेंगे तो पूरी कांग्रेस उनके साथ सड़कों पर उतरेगी.
पहले सिंधिया का सड़क पर उतरने वाला बयान देना और फिर उसके जवाब में सीएम कमलनाथ का तल्ख अंदाज में जवाब कहीं न कहीं इस ओर इशारा कर रहा है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. वो भी तब पार्टी में नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अटकलें चल रही हों. सूत्रों की मानें तो शनिवार को दिल्ली में हुई समन्वय समिति की बैठक के दौरान भी सिंधिया, दिग्विजय और कमलनाथ के बीच कुछ मुद्दों को लेकर तल्खी सामने आई. ये भी कहा गया कि सिंधिया बैठक बीच में ही छोड़कर निकल गए. हालांकि, बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से इस बात का खंडन किया गया.
कांग्रेस के इस घमासान के बीच बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिख दिया है. उसमें उन्होंने लिखा, 'आपके साथ जो व्यवहार किया जा रहा है वो पीड़ादायी है.हनुमान जी हर संकट और पीड़ा हर लेते हैं. इन क्षणों में हनुमानजी की भक्ति आपको शक्ति और साहस देगी.' मेंदोला ने इंदौर में पितृ पर्वत पर हो रहे हनुमानजी की प्राण प्रतिष्ठा समारोह शामिल होने का सिंधिया को आमंत्रण भी दिया है. मेंदोला ने आगे लिखा यह पत्र बहुत शुभ भाव से लिखा है, ऐसे में राजनीतिक या कोई और अर्थ मत निकालिए.