गोसाईंगंज
उत्तर प्रदेश के गोसाईंगंज के कटरा बक्कास गांव में छह दिन से लापता 10 वर्षीय बच्ची की नृशंस हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह उसका शव गांव के बाहर झाड़ियों में पड़ा मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। ग्रामीणों ने बच्ची के साथ रेप की आशंका जताई थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई।
कटरा बक्कास गांव निवासी राकेश कुमार गोश्त विक्रेता है। परिवार में पत्नी किरन, बेटे राहुल, रवि, संजय और बेटियां सोनाली और अन्नू है। अन्नू गांव के ही एक निजी स्कूल में कक्षा-एक की छात्रा थी। 8 नवम्बर की सुबह 9 बजे अन्नू घर के बाहर खेल रही थी। इस बीच किसी के कहने पर वह बड़े भाई संजय को बुलाने के लिए चली गई। इसके बाद से अन्नू की कोई खोजखबर नहीं मिली। घरवालों ने गोसाईंगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
जेसीबी चालक ने देखा शव: गुरुवार सुबह 8 बजे उसका शव गांव के बाहर रामसेवक की जमीन पर झाड़ियों के बीच पड़ा मिला। ग्रामीणों के मुताबिक स्थानीय निवासी रामसेवक ने हाल ही में अपनी जमीन एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को बेची है। कंपनी वालों ने जमीन को समतल कराने और झाड़ियां हटाने के लिए जेसीबी लगवाई थी। वहां काम करने पहुंचे जेसीबी चालक ने ही सबसे पहले बच्ची का शव देखा और इसकी सूचना दी।
ग्रामीणों के मुताबिक शव बुरी तरह सड़ गया था। फ्रॉक व हुलिये के सहारे शव की शिनाख्त अन्नू के रूप में की गई। पुलिस के मुताबिक बच्ची के दाहिने पैर का आधा पंजा गायब था। माना जा रहा है कि जंगली जानवरों ने कई दिन से पड़े शव को नोंचा-खसोटा था।