नई दिल्ली
उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार शनिवार को विधानसभा में विश्वास मत पेश करेगी। आपको बता दें कि इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुरुवार को महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री बने। उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के छह मंत्रियों ने भी शपथ ली। इसी के साथ सत्ता में ठाकरे परिवार की सीधी भागीदारी की शुरुआत हो गई ।
वहीं फ्लोर टेस्ट से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट करके कहा है कि आज बहुमत दिन.. 170+++++ हमको मिटा सके ये जमाने में दम नहीं, हमसे जमाना खुद है… जमाने से हम नहीं।
गौरतलब है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे से तीन दिसंबर तक बहुमत साबित करने को कहा है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी नाम का गठबंधन बनाया है। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने गुरुवार की शाम को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके कुछ घंटे बाद उन्होंने अपनी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की थी। ठाकरे के साथ ही छह अन्य मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के दो-दो सदस्य शामिल थे।
बहुमत साबित करने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होगा
शिंदे और देसाई दोनों शिवसेना के वरिष्ठ नेता हैं। वहीं एनसीपी के पाटिल मराठा समुदाय तो भुजबल ओबीसी वर्ग से आते हैं। जबकि महाराष्ट्र कांग्रेस कोटे से शपथ लेने वाले थोराट मराठा समुदाय और राउत दलित समुदाय से आते हैं। माना जा रहा है कि अब बहुमत साबित करने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
शिवसेना से तीसरे मुख्यमंत्री
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री और शिवसेना से यह पद संभालने वाले तीसरे व्यक्ति हैं। ठाकरे से पहले मनोहर जोशी और नारायण राणे ने शिवसेना नेता के तौर पर यह जिम्मेदारी संभाली। शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार का गठन विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के 36 दिन बाद हुआ है। पिछले दिनों महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार उप मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। बाद में दोनों ने इस्तीफा दे दिया। गत बुधवार को विधानसभा के विशेष सत्र में राज्य के नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई थी।
शपथ ग्रहण में शरद पवार से लेकर मुकेश अंबानी तक मौजूद रहे
शपथ ग्रहण समारोह में एनसीपी प्रमुख शरद पवार एवं पार्टी नेता अजित पवार और सुप्रिया सुले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, द्रमुक नेता एमके स्टालिन और कई अन्य नेता मौजूद थे। इसके साथ उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी भी मौजूद था। शपथ ग्रहण में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी उपस्थित नहीं हो सके। उद्धव ठाकरे ने इन तीनों नेताओं को आमंत्रित किया था।